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धान क्रय घोटाले के आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई में लाएं तेजी

छपरा(सारण) : धान क्रय में घोटाले के आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. डीजीपी ने सभी थानाध्यक्षों को इस आशय का निर्देश दिया है और प्राथमिकता के आधार पर लंबित कांडों का अनुसंधान करने और दोषियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है. जिले में राइस मिलरों व […]

छपरा(सारण) : धान क्रय में घोटाले के आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. डीजीपी ने सभी थानाध्यक्षों को इस आशय का निर्देश दिया है और प्राथमिकता के आधार पर लंबित कांडों का अनुसंधान करने और दोषियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है. जिले में राइस मिलरों व पैक्स अध्यक्षों के खिलाफ पचास से अधिक मामले दर्ज हैं.

इसमें से तीन मामले की जांच विजिलेंस की टीम कर रही है. जिले के विभिन्न थानों में दर्ज प्राथमिकी में मुख्य रूप से पैक्स अध्यक्ष, राइस मील के मालिक व इंफोर्समेंट ऑफिसर, धान संग्रहण केंद्र के प्रभारी व अन्य अधिकारी नामजद आरोपित हैं. आरोपितों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने की सख्त हिदायत दी गयी है और इस मामले में दोषियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाने का भी निर्देश दिया गया है. पुलिस मुख्यालय ने जारी निर्देश में पुलिस अधीक्षक व डीआइजी को भी शीघ्र पर्यवेक्षण करने और दोषियों को गिरफ्तार करने की दिशा में की जा रही कार्रवाई की मॉनीटरिंग करने को कहा गया है.

इस मामले में पुलिस अधीक्षक से प्रत्येक सप्ताह प्रतिवेदन भी तलब किया है.राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद इस मामले में तेजी आने की संभावना जगी है और इसकी विभिन्न स्तरों पर समीक्षा शुरू कर दी गयी है. विजिलेंस टीम के द्वारा सोमवार व मंगलवार को इसकी जांच की गयी. जिले में दर्ज दस मामले की हाईकोर्ट मॉनीटरिंग कर रही है. वित्तीय वर्ष 2012- 13 और 2013-14 में दर्ज मामले में जांच के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदु निर्धारित किया गया है. इस मामले में सभी अनुसंधानकर्त्ताओं को पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है.

इन बिंदुओं पर करनी है जांच
राइस मील का भौतिक सत्यापन
मील में लगे मशीन का भौतिक सत्यापन
राइस मील में लगे मशीन की क्षमता की जांच
गोदामों की क्षमता का भौतिक सत्यापन
धान क्रय केंद्र से राइस मील तक धान की ढुलाई की जांच
पैकिंग करने के लिए बोरा क्रय का सत्यापन
– धान ढुलाई की चालान की जांच
– धान ढुलाई करने वाले वाहनों की जांच
– वाहनों के मालिकों व चालकों से पूछ ताछ
क्या कहते हैं अधिकारी
धान क्रय करने में हुए घोटाले की जांच पूरी गंभीरता व तत्परता के साथ की जा रही है. वर्ष 2012-13 एवं 2013- 14 में दर्ज दस मामले की विशेष रूप से जांच की जा रही है. राज्य पुलिस मुख्यालय व हाईकोर्ट के निर्देश के आलोक में विभिन्न बिंदुओं पर गहन जांच पड़ताल किया जा रहा है.
हरकिशोर राय, पुलिस अधीक्षक, सारण
क्या है मामला
जिले में वित्तीय वर्ष 2012- 13 से 2016- 17 के बीच धान क्रय करने में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गयी है और इस संबंधित करीब 50 मामले जिले में लंबित हैं. पैक्सों के माध्यम से किसानों का धान समर्थन मूल्य पर क्रय करना था और खरीदने के बाद धान को राइस मील मालिकों को देना था. राइस मील मालिकों के द्वारा चावल तैयार कर एसएफसी को सप्लाई करना था. धान क्रय करने के लिए पैक्सो को सरकार के द्वारा राशि उपलब्ध करायी गयी थी और धान से चावल तैयार करने व एसएफसी के गोदाम तक पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा परिवहन व धान कुटाई की चार्ज दिया गया था. लेकिन धान का क्रय किये बिना ही विभिन्न पैक्स अध्यक्षों के द्वारा राशि का उठाव कर लिया गया. इतना ही नहीं जहां पैक्स अध्यक्षों के द्वारा मिलरों को धान दिया गया था, उन मिलरों ने चावल तैयार कर एसएफसी को आपूर्ति नहीं की गयी. इस मामले में करोड़ों रुपये की राशि का घोटाला करने की बात सामने आयी है.

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