छपरा (सदर) : सारण जिले के विभिन्न 15 घाटों पर जब्त लाखों रुपये मूल्य के लाल बालू की सुरक्षा तथा उसे विभागीय पत्र के आलोक में पटना पहुंचाने का काम जिला प्रशासन के लिये मुश्किल हो गया है. एक ओर जहां बालू उठवाने तथा पटना पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले खान निरीक्षक सह सक्षम […]
छपरा (सदर) : सारण जिले के विभिन्न 15 घाटों पर जब्त लाखों रुपये मूल्य के लाल बालू की सुरक्षा तथा उसे विभागीय पत्र के आलोक में पटना पहुंचाने का काम जिला प्रशासन के लिये मुश्किल हो गया है. एक ओर जहां बालू उठवाने तथा पटना पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले खान निरीक्षक सह सक्षम पदाधिकारी 22 दिसंबर तक छुट्टी पर चले गये. छुट्टी की वजह छपरा-सीवान मार्ग पर विभागीय कार्य से यात्रा में थे.
इसी दौरान बुखार तथा बोमेटिंग के कारण बीच में रूककर सीवान जिले के दरौंदा पीएचसी में इलाज कराया तथा ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने तबीयत खराब होने की वजह क्षमता से ज्यादा काम करना बताते हुए उन्हें शारीरिक विश्राम की सलाह दी थी. तबियत खराब होने के बाद खान निरीक्षक सह सक्षम पदाधिकारी महेश्वर पासवान ने विभागीय सहायक निदेशक को पत्र भेज दी है. वहीं जिला पदाधिकारी को भी सूचना दी है. मालूम हो कि सारण जिले में प्रभारी सहायक खनन निदेशक के रूप में पदस्थापित संजय कुमार ने जुलाई माह में ही प्रभार ग्रहण किया था. परंतु, पटना में विभागीय काम के बोझ के कारण छपरा में विभागीय दायित्वों को निभाने में अपने को पूरी तरह असमर्थ बताते है.
साथ ही इसीके वजह से योगदान के बाद कभी भी छपरा कार्यालय में नहीं आ सके. ऐसी स्थिति में बालू के उठाव एवं पटना जिला स्थित बफर स्टॉक में भेजवाने के लिये वाहन, पे लोडर, ट्रक चालक, मजदूर आदि की व्यवस्था का जिम्मा डीटीओ तथा छपरा नगर निगम के प्रभारी नगर आयुक्त से समन्वय स्थापित कर जिम्मा निभाने वाले पदाधिकारी की तबियत खराब होने से निश्चित तौर पर प्रशासन के कार्य में बाधा पहुंची है. हालांकि डीएम ने वैकल्पिक व्यवस्था कर खनन विभाग के राज्य मुख्यालय के आदेश में कार्रवाई कर रहे है.
बालू को पटना ले जाये जाने की अवधि तक 24 घंटे की ड्यूटी से परेशान कई मजिस्ट्रेट व जवान
जिला प्रशासन के द्वारा 24 घंटे की ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में निभाने वाले सभी पदाधिकारी या तो गाडा के कनीय अभियंता, एलएइओ के कनीय अभियंता, दिघवारा, सोनपुर प्रखंड में विभिन्न प्रखंड कार्यालयों में कार्यरत शिक्षा, कृषि, सहकारिता पदाधिकारी एवं आरडब्लूडी के सहायक अभियंता स्तर के है.
ऐसी स्थिति में इन्हें दियारा क्षेत्र में 24 घंटे की ड्यूटी लगाये जाने के कारण ड्यूटी में तैनात इन मजिस्ट्रेट एवं पुलिस के जवानों को इस ठंड के मौसम में खासकर रात के दौरान ड्यूटी करना मुश्किल हो रहा है. वहीं रात में मौका पाकर बालू माफिया अपनी कारगुजारियों को अंजाम देने से बाज नहीं आते. डीएम ने सभी पदाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि पूरे मामले में दोषी पदाधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी.