छपरा(नगर) : दो दिनों तक चले इस रोजगार मेला में हजारों युवा शामिल हुए. अपने कौशल व प्रतिभा के आधार पर युवाओं में नौकरी पाने की होड़ मची रही. आजादी के बाद पहली बार व्यापक स्तर पर हुए इस आयोजन ने सारण के युवाओं के बीच उम्मीद की एक नयी किरण प्रकाशित की है. वैसी कंपनियां जिनसे जुड़ कर अपने कैरियर को संवारने के लिये काफी संघर्ष करना पड़ता था आज उन कंपनियों ने अपने शहर में दस्तक देकर युवाओं के हौसले को मजबूती प्रदान की है.
पुरुष वर्ग से लेकर महिलाओं तक ने अवसर की तलाश में राजेंद्र स्टेडियम का रुख किया. कभी घूंघट में छुपाकर अपना पूरा जीवन गुजार देने वाली बहुओं ने भी बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच अपना प्रोफाइल रोजगार मेले में सबमिट किया. ब्यूटी वेलनेस, हाउसकीपिंग, कृषि, राजमिस्त्री, बढ़ईगिरी, प्लम्बिंग आदि सेक्टरों को जिस हाईटेक रूप में प्रदर्शित किया गया उसने युवाओं को आकर्षित तो किया ही साथ ही साथ इन कार्यों के प्रति आम जनमानस के देखने का नजरिया भी बदल डाला.
बेटियों को हुनरमंद बनाने के लिये मां ने स्वयं आकार उनका रजिस्ट्रेशन कराया वहीं सरकारी नौकरी का दबाव डालने वाले पिता भी हुनर का महत्व समझ कर अपने बेटे के कौशल विकास के प्रति तत्पर दिखे. इस रोजगार मेला में कई युवाओं के सपनों को पंख मिलेंगे वहीं कइयों को निराशा भी हाथ लगेगी लेकिन जीवन में हुनर का क्या महत्व होता है यह मेला जरूर समझा गया.