सोनपुर : पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर मंडल मुख्यालय स्टेशन पर गुरुवार की सुबह लाइन नंबर आठ पर खड़ी सीइ यान के कोच में लगी आग की घटना ने न केवल अग्निशमन व्यवस्था की पोल खोल दी, बल्कि इस घटना ने रेलवे की आपदा प्रबंधन व्यवस्था की कलई खोल दी. रेलवे के अधिकारी भी दंग रह गये. मंडल मुख्यालय के स्टेशन पर अग्निशमन यंत्र उस समय नहीं मिला. यह महज संयोग है कि जिस ट्रैक पर घटना हुई उसके बगल वाले ट्रैक पर खड़ी पेट्रोलियम पदार्थ वाली मालगाड़ी कुछ घंटे पहले ही चली गयी थी.
काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया और स्टेशन को जलने से बचा लिया गया. हुआ यह कि अगलगी की घटना के बाद फायरब्रिगेड की टीम प्लेटफॉर्म संख्या चार पहुंची, लेकिन फायरब्रिगेड वाहन में पर्याप्त पानी नहीं था. बताया जाता है कि सोनपुर रेलवे यार्ड में डेमू शेड के समीप एक रेल डिब्बे में गुरुवार की अहले सुबह आग लग जाने से अफरा-तफरी मच गयी. ट्रैक संख्या आठ पर खड़ी इस कैंपिंग कोच से रेल ट्रैक के रखरखाव से संबंधित सामान रखा जाता था. इसमें विभागीय रेल कर्मी भी रहते थे.
अचानक लगी इस आग का कारण इसमें खाना बनाना बताया जाता है. देखते-देखते इस रेल डिब्बे में लगी आग ने भीषण रूप ले लिया. जब तक फायर ब्रिगेड की टीम पहुंचती तब तक आग की लपटे आसमान छूने लगी. घटना की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर मंडल रेल प्रबंधक अतुल्य सिन्हा, अपर मंडल रेल प्रबंधक आरपी मिश्रा, सीनियर डीईएन शैलेश कुमार, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी ललन राम,सीनियर डीएमई नीतीन कुमार पहुंच गये. इधर फायरब्रिगेड कर्मियों के काफी प्रयास के बाद भी आग पर काबू पाना कठिन हो गया. आग बुझाने का सिलसिला चल ही रहा था कि इसी दौरान फायरब्रिगेड के वाहन का पानी खत्म हो गया.
इसके बाद मौके पर मौजूद कैरेज विभाग के
कर्मचारियों ने गाड़ीयो में पानी भरे जाने वाले पाइप से आग बुझानी शुरू की. जैसे तैसे आग पर काबू पाया जा सका. हैरत की बात यह कि यात्रियों की सुरक्षा करने वाले रेल प्रशासन के पास वहां न आग बुझाने वाले उपकरण दिखे, न ही आपातकालीन स्थिति में सुरक्षात्मक उपाय. हालांकि इस घटना में किसी की हताहत अथवा घायल होने की सूचना नहीं है.
इस संबंध में पूछे जाने पर डीआरएम अतुल्य सिन्हा ने बताया कि इस घटना की जांच करायी जायेगी. वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक दिलीप कुमार ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक के स्तर पर इस घटना को लेकर कनिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड की जांच समिति का गठन किया गया है. इस कमेटी में मुगलसराय के उप मुख्य अभियंता ट्रैक मेंटेनेंस, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी ललन राम, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर नितिन कुमार तथा आरपीएफ के सहायक कमांडेंट को रखा गया है. जांच के बाद ही घटना का कारण स्पष्ट होगा.