विडंबना. विद्यालय की जमीन पर अतिक्रमण होने से नहीं हो पाया भवन का निर्माण
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एक रूम में होती है 381 छात्रों की पढ़ाई
विडंबना. विद्यालय की जमीन पर अतिक्रमण होने से नहीं हो पाया भवन का निर्माण इसुआपुर : घोर अव्यवस्था से ग्रसित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सढ़वारा के छात्र बदहाल परिस्थितियों में पढ़ने को बाध्य हैं. 381 छात्र-छात्राओं को एक क्लास रूम में पढ़ाया जाता है. वहीं एक दूसरे रूम में मध्याह्न भोजन बनाया जाता है. इसके अलावा […]
इसुआपुर : घोर अव्यवस्था से ग्रसित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सढ़वारा के छात्र बदहाल परिस्थितियों में पढ़ने को बाध्य हैं. 381 छात्र-छात्राओं को एक क्लास रूम में पढ़ाया जाता है. वहीं एक दूसरे रूम में मध्याह्न भोजन बनाया जाता है. इसके अलावा कार्यालय कक्ष भी है. जिसमें ऑफिस का सामान मध्याह्न भोजन का राशन रखने के लिए व्यवहार में लाया जाता है, जो जगह बच जाती है उस स्थान पर छात्रों को बैठा कर पढ़ाया जाता है. स्कूल में नौ शिक्षक हैं.
वर्ग एक से पांच तक की कक्षा में 227 छात्र हैं. जिन्हें बोरे पर बैठा कर एक ही क्लास में पढ़ाया जाता है. वहीं वर्ग छह, सात एवं आठ के लिए 154 बच्चे हैं. उन्हें भी एक ही क्लास में पढ़ाया जाता है. के अभाव में यह संभव नहीं है. स्कूल की जमीन होने के बावजूद कुछ असामाजिक तत्वों ने उस जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है. एक शौचालय है, जो बदहाल है.
वहीं बच्चों के पीने के लिए मात्र एक चापाकल है.
क्या कहती हैं एचएम
विद्यालय के पास भवन नहीं होने से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. जाड़े और बरसात में तो बच्चों को पढ़ाना काफी मुश्किल हो जाता है. वर्ष 2013 में एचएम भवन बनाने के लिए तीन लाख रुपया जिला से आया था, लेकिन जमीन पर अवैध कब्जा होने से भवन नहीं बन सका, जिसकी वजह से पैसा लौट गया. बच्चों को ग्रुप में पढ़ाना बहुत गलत है, पर ऐसा करना मजबूरी है.
सत्यावती कुमारी, प्रधानाध्यापिका
भवन निर्माण के लिए जगह की कोई कमी नहीं है. खाली जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया है. गिरती शिक्षा के लिए शिक्षा विभाग जिम्मेवार है.
चंदन श्रीवास्तव, अभिभावक
व्यवस्था में तत्काल सुधार कि जरूरत है, जब तक मूलभूत ढांचा तैयार नहीं होगा, शिक्षक अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर पायेंगे.
संजय प्रसाद, ग्रामीण
जब तक बच्चों के वर्गवार बैठने की व्यवस्था नहीं होगी, तब तक अच्छे शिक्षा की कामना नहीं की जा सकती है. सरकार को हर हाल में भवन बनवाना चाहिए.
नीरज तिवारी , ग्रामीण
सढ़वारा का यह विद्यालय बहुत पुराना है . मैं मानता हूं कि जमीन पर अवैध कब्जा है, पर अंचलाधिकारी चाहेंगे तो एक दिन में भवन बन जायेगा.
मो ईदरीस अंसारी, अभिभावक
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