समस्या . पांच बजे से रात नौ बजे तक एनएच पर ट्रकों के परिचालन पर है रोक
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जल्दबाजी तो नहीं ‘नो इंट्री’ का फरमान
समस्या . पांच बजे से रात नौ बजे तक एनएच पर ट्रकों के परिचालन पर है रोक एनएच 19 पर डोरीगंज से छपरा, छपरा से रिविलगंज तथा मलमलिया की ओर से छपरा शहर में आनेवाले ट्रकों को सुबह पांच बजे से रात्रि नौ बजे तक प्रवेश पर रोक से बढ़ी परेशानी छपरा (सदर) : एनएच […]
एनएच 19 पर डोरीगंज से छपरा, छपरा से रिविलगंज तथा मलमलिया की ओर से छपरा शहर में आनेवाले ट्रकों को सुबह पांच बजे से रात्रि नौ बजे तक प्रवेश पर रोक से बढ़ी परेशानी
छपरा (सदर) : एनएच 19 पर छपरा से डोरीगंज के चिरांद व उसके आगे तक विगत 10 दिनों से सैकड़ों ट्रक के रोड पर खड़ा होने से स्थानीय लोगों, बच्चों तथा अन्य राहगीरों को होने वाली परेशानी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सुबह पांच बजे से रात के नौ बजे तक छपरा से डोरीगंज, चिरांद तक, उत्तर प्रदेश से मांझी होते छपरा आने वाली ट्रकों तथा गोपालगंज से मलमलिया मुख्य मार्ग होते छपरा शहर आने वाली सड़क पर ट्रकों के परिचालन तथा पार्किंग पर जिला पदाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से फरमान जारी कर रोक लगा दी है.
परंतु, एक तो डीएम के आदेश के बावजूद छपरा शहर में बाइपास नहीं होने की वजह से पूरे दिन मांझी की ओर से तथा मलमलिया की ओर से आने वाली ट्रकों की आवाजाही लगी रही. वहीं प्रशासन के इस असर को लेकर छपरा के व्यावसायिक मंडियों में सामान मंगाने वाले
व्यवसायियों में मायूसी दिखी. प्रशासन के इस कदम को कुछ व्यवसायियों ने जल्दी के बदले जल्दीबाजी बताया. साथ ही इससे छपरा शहर में प्रतिदिन दो से तीन दर्जन बाहर की ट्रकों से आने वाले खाद्य सामग्री के अलावा अन्य सामग्री के कमी एवं उसके व्यवसाय के प्रभावित होने की बात कही. आम लोगों का कहना है कि बाइपास नहीं होने की वजह से पश्चिम के राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के ट्रक छपरा या छपरा से पूरब की ओर बंगाल, असम आदि राज्यों में एनएच 19 से होकर गुजरते हैं. परंतु, प्रशासन इस दिशा में सार्थक पहल नहीं कर रहा जिसे ट्रकचालकों व अन्य लोगों को परेशानी हो रही है.
नो इंट्री का समय बढ़ाये जाने तथा शहर में ट्रक के आगमन पर रोक से व्यवसाय होगा बाधित: व्यवसायियों का कहना है कि जिला प्रशासन ने पूर्व में सुबह छह बजे से रात के नौ बजे तक नो इंट्री का समय निर्धारित किया था. अब यह अवधि पांच बजे सुबह से नौ बजे रात तक कर दी गयी है. ऐसी स्थिति में छपरा शहर की व्यावसायिक मंडी में प्रतिदिन आने वाले लगभग तीन दर्जन ट्रकों के सामान को नौ बजे रात्रि के बाद ट्रक से उतरवाना मुश्किल व असुरक्षित होगा. यदि प्रशासन चाहता है कि शहर में बाहर के ट्रक नहीं आ सके तो उसे छपरा शहर में आने वाले ट्रकों को शहर के एक मात्र चौक नेवाजी टोला चौक से गड़खा ढ़ाला होते हुए शहर में आने की सुविधा दी जानी चाहिए.
यदि ऐसा नहीं होता है तो नौ बजे रात्रि से लेकर पांच बजे सुबह में मजदूर के अभाव में व्यवसायियों के द्वारा मजदूर के अभाव में ट्रक पर लदे अपने सामान को उतरवाना मुश्किल ही नहीं असंभव होगा. उत्तर प्रदेश के ट्रक चालक राजकुमार के अनुसार शनिवार की सुबह छह बजे मलमलिया से छपरा की ओर आने वाली ट्रक को नो इंट्री वजह बता कर पुलिस ने सहाजितपुर में ही रोक दिया. जबकि ट्रकचालक को आधा सामान जलालपुर में तथा आधा सामान छपरा की मंडी में उतारना था.
चालक की माने तो छह बजे से लेकर रात नौ बजे तक सहाजितपुर में खड़ा रहने के बाद 10 बजे रात में जलालपुर पहुंच कर यदि उतार कर सुबह में छपरा पहुंचते है, तो पुन: छपरा शहर में आधा सामान उतारने के बाद दूसरे दिन छपरा शहर में ही गाड़ी रूक जायेगी. ऐसी स्थिति में एक दिन के बदले दो दिन समय बरबाद होगा. क्योंकि रविवार को रात नौ बजे के बाद ही छपरा शहर से निकल पायेगी.
चालक का यह भी कहना था कि मौके पर बालू से लदी अन्य ट्रक वाले द्वारा नजराना देने के बाद बालू से लदी ट्रक तुरंत जाने की अनुमति दे दी गयी. उन्होंने पैसा नहीं दिया फलत: परेशानी झेलनी पड़ी. कमोवेश यही स्थिति छपरा शहर में आने वाली अन्य ट्रकचालकों की है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला प्रशासन द्वारा 24 घंटे में महज आठ घंटे ही छपरा शहर की व्यावसायिक मंडी के लिए ट्रकों के नो इंट्री में आने का समय दिया जा रहा है. ऐसी स्थिति में निश्चित तौर पर व्यवसायियों को अपना माल रात में सड़क पर उतारना असुरक्षा के बीच मजदूरों के अभाव में मुश्किल ही नहीं असंभव हो जायेगा.
पवन कुमार अग्रवाल, सचिव, पश्चिमोत्तर बिहार वणिज्य एवं उद्योग परिषद, छपरा
ट्रकों के मनमाने ढंग से परिचालन एवं विभिन्न मार्गों पर खड़ा होने से उत्पन्न समस्या के निदान के मद्देनजर ही यह आदेश निर्गत किया गया है. छपरा शहर में व्यावसायिक वाहन जो दूसरे राज्यों से खाद्य सामग्री या अन्य आवश्यक सामान लेकर आते हैं, इसके संबंध में व्यवसायियों के सुझाव पर विचार कर आवश्यक निर्णय लिया जायेगा.
हरिहर प्रसाद, डीएम, सारण
क्या कहते हैं व्यवसायी
छपरा-डोरीगंज के बीच लगने वाले जाम की तह में जाकर उस समस्या के समाधान के बदले नो इंट्री का समय बढ़ाने से छपरा स्थित व्यावसायिक मंडी सलेमपुर, मौना चौक, साहेबगंज, गांधी चौक आदि दर्जन भर मंडियों में ट्रकों का आना जहां मुश्किल हो जायेगा, वहीं इससे एक बार फिर व्यवसायियों के आर्थिक दोहन की गुंजाइश होगी.
अजय कुमार , वाहन व्यवसायी
सुबह पांच बजे से रात्रि नौ बजे तक विभिन्न मार्गों तक छपरा शहर से ट्रकों के आगमन तथा उनको आस-पास के क्षेत्रों में खासकर छपरा से डोरीगंज तक खड़ा करने पर रोक के फरमान के बदले उसे अमल कराने की जरूरत है. प्रशासन को छपरा शहर में खाद्य सामग्री या जरूरत के सामान लाने वाले ट्रकों को कम से कम नेवाजी टोला होते हुए गड़खा ढाला होते हुए पहुंचने का अवसर देना चाहिए.
दिलीप कुमार, किराना व्यवसायी
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