छपरा(कोर्ट) : सोहैल हिंगोरा के अपहरण मामले में अभियोजन ने दिल्ली क्राइम ब्रांच पूर्वी क्षेत्र के एसीपी आनंद कुमार मिश्र को साक्ष्य हेतु न्यायालय में प्रस्तुत किया. जहां उन्होंने अपनी गवाही दी. अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम अशोक कुमार गुप्ता के कोर्ट में चल रहे हिंगोरा अपहरण मामले के सत्रवाद 283/14 में सोमवार को अपर लोक अभियोजक रामनारायण प्रसाद ने उनका परीक्षण किया .
अपनी गवाही में श्री मिश्र ने कहा कि सोहैल का अपहरण 29 अक्तूबर 2013 को हुआ उस वक्त वे दमन एसपी के कार्यालय में डीएसपी के पद पर कार्यरत थे. एसपी के आदेश पर वे मामले के आइओ अनिल कुमार टीके के साथ अनुसंधान हेतु विहार आये जहां एटीएस के डीएसपी अंजनी कुमार से मिल कर अनुसंधान में सहयोग के लिए लिखित में अनुरोध किया गया. चूंकि सोहैल ने मुक्त होने के बाद दमन पुलिस को उस घर में लगे एयरटेल के डिस का आइडी नंबर बताया था,
जहां उसे बंधक बनाया गया था के नंबर का पता करने को लेकर अंजनी कुमार से आग्रह किया गया. उन्होंने उक्त नंबर का पता कर बताया कि यह नंबर सारण के चतुरपुर निवासी रंजीत कुमार सिंह उर्फ प्रवीण का है. पता लगने पर एटीएस की टीम के साथ चतुरपुर रंजीत के गांव आये, तो मालूम हुआ कि रंजीत पारिवारिक विवाद में घायल हो पीएमसीएच में भरती है.
.एसीपी श्री मिश्र ने कोर्ट के समक्ष कटघरे में खड़े रंजीत की पहचान भी किया. एसीपी का प्रतिपरीक्षण बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं भुनेश्वर शर्मा, बीरेश चौबे और मनोज कुमार ने किया. न्यायालय ने साक्ष्य के लिये अगली तिथि 30 जून निर्धारित किया है.