समस्तीपुर : पिछले कई दिनों से जिले में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है़ इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है़ इसके बावजूद विद्युत कंपनी गंभीर नहीं है़ बिजली कब आयेगी और कब जायेगी कह पाना मुश्किल है़ इसके कारण व्यवसायी से लेकर किसान परेशान हैं. रातभर जागने के बाद भी किसान पटवन […]
समस्तीपुर : पिछले कई दिनों से जिले में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है़ इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है़ इसके बावजूद विद्युत कंपनी गंभीर नहीं है़ बिजली कब आयेगी और कब जायेगी कह पाना मुश्किल है़ इसके कारण व्यवसायी से लेकर किसान परेशान हैं. रातभर जागने के बाद भी किसान पटवन नहीं कर पा रहे हैं.
दिन में भी बिजली की हालत बदतर बनी हुई है़ विद्युत उपकेंद्र में बैठे कर्मी अपने मन मुताबिक जब चाहते हैं किसी फीडर की लाइन काट देते हैं. पूछने पर कभी फॉल्ट का बहाना तो कभी ऊपर से लाइन कटे होने की बात कहते हैं. सही से किसी भी फीडर में आठ घंटे लगातार बिजली नहीं मिल पा रही है़ इस वजह से सब कुछ प्रभावित है़ वहीं, विद्युत कंपनी के कर्मचारियों का कहना है कि ऊपर से बिजली में कुछ कटौती की गयी है़
हीटर व ब्लोअर ने बढ़ाया लोड : कड़ाके की ठंड से अचानक बिजली की मांग बढ़ गयी है, जिससे विद्युत कंपनी की आपूर्ति प्रणाली ट्रिप करने लगी है़ सिस्टम की ट्रिपिंग से शहर के कई हिस्सों में बिजली की आंखमिचौनी जारी है़ तापमान में आयी तेजी से गिरावट के कारण यहां के लोगों ने बड़े पैमाने पर हीटर और ब्लोअर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, जिससे आपूर्ति प्रणाली पर अचानक लोड बढ़ गया है़ बताया जाता है कि कड़ाके की ठंड के कारण बिजली की मांग 40 से 45 मेगावाट तक पहुंच गयी है़ इसके कारण 33 एवं 11 केवी के कई फीडर दो घंटे भी बिजली की आपूर्ति ठीक ढंग से नहीं कर पा रहे हैं. बीस मिनट बिजली आती है, तो पैंतीस से चालीस मिनट के लिए चली जाती है़ शहर में करीब 23 हजार से ऊपर पहुंच चुके यहां के बिजली उपभोक्ताओं के स्वीकृत और वास्तविक भार के बीच काफी अंतर आया है, जिससे आपूर्ति की स्थिति बिगड़ने लगी है़ यहां के साठ फीसदी से ज्यादा उपभोक्ताओं ने ब्लोअर और हीटर का इस्तेमाल कर अपने घरों के लोड बढ़ा दिये हैं.
खुलेआम हो रही बिजली चोरी, कंपनी मौन
शहर के विभिन्न जगहों पर पिछले कुछ माह से बिजली की खुलेआम चोरी जारी है़ लोगों द्वारा की जा रही बिजली चोरी की जानकारी के बाद भी कंपनी के अधिकारी इस पर अंकुश लगाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं. शहर के कई क्षेत्रों में दर्जनों लोग शाम होते ही बिजली के तार पर टोका चला देते हैं. यह लोग दिन में भी चोरी से बिजली जलाने में जरा सा भी भय महसूस नहीं करते हैं. ऐसे में बिजली के नियमित उपभोक्ताओं को काफी कठिनाइयां हुआ करती है़ं बिजली जलाने वालों की संख्या लगातार बढ़ने से वोल्टेज की भी समस्या आ चुकी है़ जेइ ललित कुमार का कहना है कि अवैध बिजली उपयोग करनेवालों के विरुद्ध अभियान चलाया जाता है़ फिलवक्त आपूर्ति में कमी होने के कारण रोटेशन के आधार पर बिजली दी जा रही है़.