समस्तीपुर : ला पुलिस ने सास-बहू हत्याकांड का सच तलाशना शुरू कर दिया है. एसपी नवल किशोर सिंह ने डीआइयू के साथ-साथ कई थानों की पुलिस को इस घटना का खुलासा करने के लिए अलग-अलग टास्क सौंपा है और इसकी पूरी मॉनीटरिंग वे स्वयं कर रहे हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस पदाधिकारियों की अलग-अलग टीम इस घटना की जांच में जुटी है. सोमवार की रात फायरिंग के दौरान बाल-बाल बच गयी मृतका की रिश्तेदार (बहन की बेटी) एश्वर्या राजलक्ष्मी से पुलिस ने कई घंटों तक पूछताछ की.
वहीं नगर थानाध्यक्ष एचएन सिंह, सदर इंस्पेक्टर दीपक कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष कुमार कीर्ति, वारिसनगर थानाध्यक्ष विश्वनाथ रवि एवं मथुरापुर ओपी प्रभारी परमानंद लाल कर्ण ने मृत महिला के परिजनों, घटनास्थल के आसपास के लोगों, आर्यसमाज रोड स्थित स्थानीय लोगों से घटना को लेकर अलग-अलग पूछताछ शुरू की है. घटना के बाद पुलिस की प्रारंभिक जांच में जो खुलासे हुए हैं, उसके मुताबिक अपराधियों ने अपना टार्गेट किसी और को बना रखा था. लेकिन गफलत में वे जान किसी और का ले बैठे.
अलग-अलग बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम : सास और बहू दोनों की लाशों के पोस्टमार्टम के लिए सीएस ने तीन-तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों का बोर्ड बनाया था. सास की लाश का पोस्टमार्टम डॉ महेश चंद्रा, डॉ आरपी मंडल एवं डॉ जयकांत पासवान की टीम ने किया. वहीं मंजू देवी की लाश का पोस्टमार्टम डाॅ हेमंत कुमार सिंह, डाॅ आरपी मंडल एवं डाॅ महेश चंद्रा की टीम ने किया. सास की शरीर से चिकित्सकों को कोई गोली नहीं मिली.
चिकित्सकों के अनुसार , उसे काफी नजदीक करीब तीन फीट की दूरी से सिर में पिछे से गोली मारी गयी थी, जो उसके सिर को चीरते हुए मुंह के पास से निकल गयी. वहीं बहू मंजू के पेट से चिकित्सकों को पिस्टल की गोली मिली है. चिकित्सकों का मानना है कि इस पर करीब सात-आठ फीट की दूरी से गोली चलायी गयी थी. जो उसके कमर से होते हुए दाहिने साइड की किडनी को छेदती हुई नाभी के पास अटक गयी थी.
पेशेवर अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
सूत्रों की मानें तो मृतका मंजू देवी के शरीर से जो बुलेट के अग्रभाग का हिस्सा मिला है, वह नाइन एमएम के पिस्टल का है. इस पिस्टल का इस्तेमाल अधिकांशत: पेशेवर अपराधी ही करते हैं. इससे आशंका जतायी जा रही है कि इस घटना को पेशेवर अपराधियों ने सुनियोजित योजना के तहत अंजाम दिया है. बताया जाता है कि अपराधी को पहले से पता था कि भरत साह के घर से अभी महिलाएं निकलने वाली हैं. और घर से निकलते ही घटना को अंजाम दे दिया गया.
अपराधियों के टार्गेट पर कोई और, पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा
पोस्टमार्टम के दौरान मृत बहू के पेट से निकली नौ एमएम के पिस्टल की गोली
सीएस के आदेश पर पोस्टमार्टम के लिए बनी थी विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम
एेश्वर्या का पूर्व से ही रहा है विवादों से नाता
बताया जाता है कि मृत महिला के परिवार से किसी की कोई दुश्मनी नहीं थी. और न ही किसी के साथ हाल के दिनों में कोई विवाद हुआ था. हालांकि, पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आयी है कि इस घटना में मृतका की महिला रिश्तेदार एेश्वर्या जो बाल-बाल बच गयी है उसका विवादों से पुराना नाता रहा है.
बताया जाता है कि एेश्वर्या का अपने पति के साथ-साथ मथुरापुर के कई लोगों से विवाद चल रहा है. इसको लेकर थानों में मामले भी दर्ज हैं. इस कारण पुलिस अनुसंधान फिलहाल एेश्वर्या के ईद-गिर्द ही घूम रहा है. हालांकि, इसमें कितनी सच्चाई है यह तो पुलिसिया जांच समाप्त होने के बाद ही पता चल पायेगा.