समस्तीपुर : ऑनलाइन शॉपिंग का दायरा अब तेजी से मेडिकल दुनिया में बढ़ने लगा है. बात चाहे ऑनलाइन दवाइयां खरीदने की हो या फिर अन्य मेडिकल सेवाओं की. इसका नमूना देखने को मिला बुधवार को मेडिकल संचालकों की हड़ताल पर. मेडिकल की हड़ताल क्या हुई कि ऑनलाइन दवाइयों का ग्राफ तेजी से बढ़ गया. ऑनलाइन […]
समस्तीपुर : ऑनलाइन शॉपिंग का दायरा अब तेजी से मेडिकल दुनिया में बढ़ने लगा है. बात चाहे ऑनलाइन दवाइयां खरीदने की हो या फिर अन्य मेडिकल सेवाओं की.
इसका नमूना देखने को मिला बुधवार को मेडिकल संचालकों की हड़ताल पर. मेडिकल की हड़ताल क्या हुई कि ऑनलाइन दवाइयों का ग्राफ तेजी से बढ़ गया. ऑनलाइन खरीदारी का आंकड़ा जहां 60 हजार के आसपास रहा है.
वहीं बुधवार को दो गुने स्तर पर पहुंच गया. यही कारण है कि पिछले कुछ समय में अधिकतर शॉपिंग साइट पर दवाइयां उपलब्ध हैं और किफायती दामों में खरीदी जा सकती हैं. इन दवाइयों में डायिबटीज, हृदय रोग, शुगर, कैंसर जैसी बीमारियों की दवाइयां शामिल हैं.
इन शॉपिंग साइट पर गिलेक्सो, मार्क, कैडिला, रैनबैक्सी, सिप्ला, फाइजर, मैनकाइंड जैसी कंपनियों की दवाइयां शामिल हैं. मेडीडार्ट डाट काम, अमेजन, स्नैपडील, फ्लिपकार्ट, पेटीएम, जैसी तमाम साइट हैं, जहां से दवाइयां भी खरीदी जा सकती है. विभिन्न शॉपिंग साइट के मोबाइल एप्स डाउनलोड करके मोबाइल से ही दवाइयां खरीदी जा सकती हैं. शहर के इंद्रनगर निवासी विनय झा बताते है कि ऑनलाइन दवाइयां खरीदना काफी आसान और किफायती भी है.
डॉक्टर द्वारा दिए गए पर्चे को शॉपिंग साइट पर अपनी डिटेल के साथ अपलोड करना होता है. अच्छी बात यह है कि दवाइयों पर मेडिकल स्टोर की तुलना में बीस से तीस फीसदी तक छूट मिलती है.