सहरसा : मुख्यमंत्री के जिला आगमन की तारीख ज्यों-ज्यों नजदीक आती जा रही है. अधिकारियों की बैचेनी होती जा रही है. उनके आगमन को देखते हुए समाहरणालय, विकास भवन सहित सात निश्चय के अंतर्गत आने वाले डीआरडीसी, लोक शिकायत निवारण केंद्र, आरटीपीएस कार्यालय को सजाने-संवारने का कार्य युद्धस्तर पर कड़ाके के ठंड के बाद भी जारी है. विभागों में रविवार व सोमवार की छुट्टी में भी काम करते अधिकारी व कर्मी देखे जा रहे है. वहीं मुख्यमंत्री की चेतना सभा को लेकर स्टेडियम मैदान में पंडाल बनाने से लेकर स्टेडियम के शौचालय सहित अन्य बचे जरूरी कार्य को पूरा कराने का कार्य जोरों पर है.
समाहरणालय के बाहरी भाग में रंग-रोगन का कार्य द्रुत गति से किया जा रहा है. वहीं एसडीओ कार्यालय में बन रहे आरटीपीएस काउंटर को पूरा करने का कार्य अंतिम चरण में है. साथ ही आवेदकों के बैठने के लिए भी यात्री शेड निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. खासकर लोक शिकायत निवारण केंद्र जो पूर्व में वीरान व अनजान नजर आ रहा था, उसके दिन फिर गये हैं. शिकायत कर्ता के बैठने के लिए अलग से शेड के साथ केंद्र का जीर्णोद्धार किया जा रहा है तथा बड़े-बड़े बैनर पोस्टरों से इसे सजाया जा रहा है. वहीं नवनिर्मित डीआरसीसी भवन में बाकी बचे कार्य को युद्धस्तर पर पूर्ण कराये जाने का कार्य जारी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जिला आगमन से खासकर सिरादेयपट्टी पंचायत निवासी खुश नजर आ रहे हैं. क्योंकि इनके गांव का भाग्योदय हो रहा है. ग्रामीणों की माने तो उनका कहना है कि ऐसा प्रतीत हो रहा है मानों जिले का सारा कार्य यहीं से निष्पादन होता है. उन्होंने बताया कि पंचायत के कई ऐसे वार्ड थे, जहां सपने में भी बिजली आने के आसार नहीं दिख रहे थे. लेकिन मुख्यमंत्री के आगमन से घर की कौन कहे सड़कें भी दुधिया रौशनी से नहा उठी है. गांव की हरेक पगडंडी का पक्कीकरण किया गया है तथा मुख्य सड़क के दिन फिर गये है. ग्रामीण कहते हैं कि मुख्यमंत्री इस तरह जिले के हर पंचायत पहुंचे. जिससे बाढ़ पीड़ित इस इलाके का उद्धार हो जाय.