सहरसा : छोटे पुत्र सासाराम में बैंक पीओ के पद पर पदस्थापित पंकज झा की शादी के बाद द्विरागमन के लिए शनिवार की शाम बारात महिषी थाना क्षेत्र के बिजवार गयी थी. घर में सभी नयी दुल्हन के स्वागत के लिए खुश थे. शंकर झा भी रविवार को अपने घर आने वाले थे. अचानक खुशी मातम में बदल गयी. रविवार की घरवाले व द्विरागमन में शामिल होने आये सगे संबंधी जल्दी उठ कर शाम में दुल्हन व दुल्हा के आने से पूर्व सभी कार्य निबटाने में लगने ही वाले थे कि घर में अचानक मातम छा गया.
घर के मुखिया की गला रेत हत्या कर शव फेंक दिया गया था. जब घरवालों को इस संबंध में फोन गया तो पहले किसी को विश्वास ही नहीं हुआ, सभी आश्चर्य जताने में लगे थे कि वह तो रविवार को आने वाले थे तो फिर इतने सुबह उनकी हत्या कैसे हो गयी, लेकिन जब पुत्र व ग्रामीण पहुंचे तो सन्न रह गये. दरिंदों ने शंकर झा की गला रेत व शरीर पर कई जगह तेज धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी थी. लोग जब तक कुछ समझ पाते आंगन में स्वागत गीत के बदले रोना धोना चालू हो गया.