सहरसा : शहर की जर्जर व बदहाल हो चुकी सड़क बरसात के मौसम में जलजमाव के कारण पैदल चलने के लायक भी नहीं रह गयी है. नगर परिषद क्षेत्र के आवासीय मोहल्ले में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. महीनों से जमा बारिश का पानी नाला से मिलकर संक्रमण की वजह बन […]
सहरसा : शहर की जर्जर व बदहाल हो चुकी सड़क बरसात के मौसम में जलजमाव के कारण पैदल चलने के लायक भी नहीं रह गयी है. नगर परिषद क्षेत्र के आवासीय मोहल्ले में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. महीनों से जमा बारिश का पानी नाला से मिलकर संक्रमण की वजह बन गयी है.
इतना ही नहीं बारिश का पानी अब नाला के जरिये आंगन में प्रवेश करने लगी है. शहर के मुख्य मार्गो की हालत काफी दयनीय हो गयी है. एनएच सहित पीडब्लयूडी, डूडा, आरइओ के अंतर्गत आने वाली सड़क गड्डे में तब्दील हो चुकी है. वाहन चालक को जलजमाव की वजह से गड्डों में भगवान भरोसे ही शहर की दूरी मापने की मजबूरी बनी हुई है. इसके बावजूद जिले के जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक महकमे की तंद्रा भंग नहीं हो रही है. सड़कों की दयनीय हालत से परेशान आमलोग कभी भी आक्रोशित हो सकते हैं.
जमीन व सड़क में नहीं दिखता अंतर
जलजमाव के कारण रेलवे कॉलोनी का एक भाग पोखर बना हुआ है. स्थिति यह है कि जमे पानी में सड़क कहां है और जमीन कहां है, कोई पता ही नहीं चलता है. घर से निकलने पर कौन कहां किस गड्ढे में फंस कर गिर जायेगा या फिसल कर हाथ पांव तुड़वा डालेगा, कहना मुश्किल है.
फैल सकती है बीमारी : मोहल्ला की स्थिति कई बीमारी को आमंत्रण दे रही है. लोगों ने कहा कि लगातार जलजमाव से डर सताने लगा है कि कब कौन बीमारी चपेट में ले लेगी. घर से लेकर चारों और जलजमाव से महामारी फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता है. लोगों ने कहा कि मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. लोगों ने कहा कि स्थिति यह है कि यदि कोई बीमार पड़ जाय तो उसे डॉक्टर के पास ले जाने में भी परेशानी है. लोगों ने जिला प्रशासन से डीडीटी छिड़काव की मांग की है.