सहरसा : लड़की पक्ष से पहले जाति छुपा कर हिंदू रीति रिवाज से वर्ष 2015 में मत्स्यगंधा मंदिर में शादी रचायी. फिर उसे अपने साथ दिल्ली लेकर गया और लड़का व उसके भाई ने अपना दोहरा चरित्र दिखाना शुरू किया. पीड़िता नरियार निवासी पीड़िता ने बताया कि भाड़ा के मकान में रहने के दौरान ही एक व्यक्ति ने मेरी मां को ब्राह्मण लड़का होने की बात कह शादी की बात की. शादी के दिन पता चला कि वह ब्राह्मण नहीं, राजकिशोर सिंह है.
विरोध जताने पर भी हमलोगों की एक ना चली और लोक लाज के कारण हमलोग चुप रहे. शादी के बाद लड़का व उसके घरवाले अपने पैतृक घर सबदलपुर साहेबपुर कमाल ले गये. जहां चार दिन रखने के बाद दिल्ली ले गये. कुछ दिन सबकुछ ठीक ठाक रहा. फिर अचानक उलटा हो गया.
लड़का व अन्य मारपीट पर उतर आये. किसी तरह जान बचाकर एक दिन घर से भाग कर पुलिस के पास पहुंची. जहां शिकायत के बाद लड़का को थाना बुला समझा बुझाकर छोड़ दिया गया. उसके बाद भी मारपीट व प्रताड़ना रुकने के बजाय बढ़ती ही चली गयी. पीड़िता ने बताया कि दिल्ली जाते समय मायके से दी गयी अशरफी व नकदी सहित अन्य सामान लेकर गये थे. कुछ दिन बाद पति, भैंसुर धर्मेंद्र सिंह व उसके दोस्त नशा कर मेरे साथ अश्लील हरकत करने लगे थे. विरोध करने पर मेरे साथ मारपीट करते थे. जिसके बाद किसी तरह एक दिन पुलिस के पास जाकर अपनी जान बचा अपनी मां के पास पहुंची. पीड़िता ने कहा कि मेरे पति, भैंसुर मुझसे गलत धंधा करवाना चाहता था.