पहुंचे अभ्यर्थियों के सवाल-जवाब के बाद चिपकाया नोटिस
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बिना सूचना रद्द कर दी शिक्षकों की काउंसेलिंग
पहुंचे अभ्यर्थियों के सवाल-जवाब के बाद चिपकाया नोटिस दोपहर तक वेबसाइट पर भी नहीं किया अपलोड सहरसा मुख्यालय : जिला परिषद माध्यमिक संगीत शिक्षक नियोजन की सोमवार को होने वाली काउंसिलिंग अकारण ही रद्द कर दी गयी. काउंसिलिंग रद्द करने की जानकारी न तो किसी अखबार में प्रकाशित करारायी गयी और न ही वेबसाइट पर […]
दोपहर तक वेबसाइट पर भी नहीं किया अपलोड
सहरसा मुख्यालय : जिला परिषद माध्यमिक संगीत शिक्षक नियोजन की सोमवार को होने वाली काउंसिलिंग अकारण ही रद्द कर दी गयी. काउंसिलिंग रद्द करने की जानकारी न तो किसी अखबार में प्रकाशित करारायी गयी और न ही वेबसाइट पर ही अपलोड किया गया. इधर पूर्व से तिथि निर्धारित होने के कारण समय से दर्जनों अभ्यर्थी जिला परिषद पहुंच चुके थे.
लेकिन संबंधित कार्यालय का ताला नहीं खुलने के कारण वे सशंकित हुए. वहां न तो सूचना ही चिपकायी गयी थी और न तो उन्हें काउंसिलिंग संबंधी जानकारी देने वाला ही कोई उपलब्ध था. लिहाजा शिक्षक अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ती गयी. जिला परिषद कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों से जब इस संबंध में पूछताछ की गयी तो इसके लिए एक-दूसरे को जिम्मेवार ठहराते रहे.
दोपहर बाद तकरीबन एक बजे आनन-फानन में एक सूचना चिपकायी गयी. जिस पर लिखा था कि 12 फरवरी को आयोजित शिक्षक नियोजन समिति की बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में विभाग से मार्गदर्शन प्राप्त करने का निर्णय लिया गया. तत्पश्चात माध्यमिक संगीत नियोजन की अग्रतर कार्रवाई विभाग से प्राप्त होने वाले निर्देश तक स्थगित की जाती है.
तो सूचना क्यों नहीं दी…
जिला परिषद माध्यमिक संगीत शिक्षक के सभी कोटि के शिक्षकों के रिक्त पदों की कुल संख्या 19 है. जबकि नृत्य के तीन व ललितकला के पांच सीटों के विरुद्ध भी अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होनी थी. बगैर किसर पूर्व सूचना के काउंसिलिंग स्थगित कर दिये जाने से अभ्यर्थी परेशान थे. खगड़िया से आयी खुशबू ने बताया कि रद्द करने की कहीं कोई जानकारी नहीं दी गयी.
बनगांव से आयी इंदू, खगड़िया के हेमराज राही, कुमार पप्पू राज, खुशबू कुमारी, अमित कुमार व अन्य ने कहा कि मेधा सूची के अनुसार उसका नियोजन तय है. लेकिन अकारण काउंसिलिंग स्थगित कर दिया जाना समझ से परे है. यह सिर्फ सीट को बेचने और अभ्यर्थियों को परेशान करने के लिए किया गया लगता है. सुपौल से पहुंचे अभ्यर्थी के अभिभावक पंकज कुमार झा ने कहा कि काउंसिलिंग रद्द करना ही था तो अखबार या अन्य माध्यमों से सूचना प्रसारित की जा जानी चाहिए थी.
अब जब यहां हंगामा शुरू हुआ तो पोस्टर चिपकाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 27 जनवरी के बाद वेबसाइट पर जिप ने कोई हरकत दिखायी ही नहीं है.
सब सीट बेचने की खातिर…
जिप उपाध्यक्ष रितेश रंजन ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने नियोजन इकाई से जुड़े शिक्षक चौधरी से बात करने का प्रयास किया. लेकिन दिन भर उनका मोबाइल बंद रहा. नाजीर जवाहर झा ने जानकारी दी कि मेधा सूची में कुछ अभ्यर्थियों ने आपत्ति दर्ज करायी थी. जिसका निराकरण नहीं किया जा सका है. लिहाजा काउंसिलिंग रद्द कर दी गयी है.
जिप उपाध्यक्ष ने कहा कि यह सब नियोजन समिति से जुड़े लोगों की मिली भगत से किया जा रहा है. सब सीट बेचने की फिराक में हैं. ये चाहते हैं कि इसी तरह एक-दो बार काउंसिलिंग रद्द कर दी जाये और सभी सीट अपने लोगों से बेच दें. लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जायेगा.
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