अनशनकारियों की संख्या में हुई वृद्धि
पूर्व विधायक ने आकर दिया समर्थन
सहरसा: बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का सिविल सजर्न कार्यालय के सामने चल रहा आमरण अनशन चौथे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा. कुछ और स्वास्थकर्मी ने अनशन पर बैठ कर अपनी मांगों का समर्थन किया. चौथे दिन अनशन को अपना समर्थन देने पहुंचे भाजपा के पूर्व विधायक संजीव कुमार झा ने कहा कि संवेदनहीन सरकार और संवेदनहीन जिला प्रशासन से कर्मचारियों की मांगों के साथ न्याय की आशा नहीं की जा सकती है. चार दिन के बाद भी जिला प्रशासन का कोई भी पदाधिकारी अनशनकारियों की सुधि लेने नहीं पहुंचा, यह शर्म की बात है. लोकतंत्र को कलंकित करने वाला यह प्रशासन और सरकार के साथ जनप्रतिनिधि भी अगर इसी तरह के संवेदनहीनता का परिचय देते रहे तो डीडीटी छिड़काव कर्मी 30 साल की तपस्या के बाद सड़क पर जाने को बाध्य होंगे. उन्होंने कहा कि अगर अविलंब न्याय नहीं मिला तो छिड़काव कर्मी अपने बच्चों के साथ अनशन करेंगे. अनशनकारियों ने कहा कि सिविल सजर्न द्वारा भेजी गयी रिक्त पदों की सूची में कई विभागों को छोड़ दिया गया है. जिसे कतई बरदाश्त नहीं किया जायेगा. अनशन करनेवालों में बद्री साह, रामदेव यादव, अरूण यादव, राजेंद्र साह, ललित पासवान, इंद्रजीत सिंह, भवेश कुमार, अशोक पंडित, रमेशचंद्र यादव, प्रेम कुमार, अखिल यादव, चंदेश्वरी यादव, नागेश्वर दास, जर्नादन यादव, सुधीर साह, सुधीर यादव, सदानंद कुमार, रोहित शर्मा, अरुण यादव शामिल है. अनशन को जिप सदस्य प्रवीण आनंद, विजय बसंत, भाजपा के नुरूल्लाह आजाद, अजीत सिंह, माहताब आरी, माधव झा, उदय शंकर झा, राजेश्वर यादव, भरत कुमार, अध्यक्ष चंदेश्वरी प्रसाद, कोषाध्यक्ष सुरेश खां, जिला सचिव रामचंद्र झा, उपाध्यक्ष गोपाल सिंह, शंभु पासवान, संयुक्त मंत्री अनिल कुमार, अरुण कुमार, मो खुर्शीद आलम, राज कुमार महतो, ऑस्कर महेंद्र त्यागी, श्यामल किशोर सिंह, सहित अन्य ने संबोधित किया.