किसानों को मिली रबी खेती की जानकारीकिसान नयी तकनीक से खेती कर बढ़ायें पैदावार : डीएम रबी फसल की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए जिलास्तरीय कार्यशाला व प्रशिक्षण शिविर आयोजित कहा, कृषि रोडमैप जारी होने के बाद फसल उत्पादन में आत्मनिर्भर हुआ है
बिहार : सहरसा सदर रबी फसल के पैदावार की मौसम की शुरुआत होते ही राज्य सरकार फसल के उत्पादकता को अधिक से अधिक बढ़ाने के उद्देश्य को लेकर किसानों को वैज्ञानिक पद्धति के नये तकनीक से खेती कर पैदावार बढ़ाने पर जोर दे रही है. रविवार को जिला कृषि विभाग व कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण-आत्मा की ओर से रबी फसल की उत्पादकता के प्रोत्साहन को लेकर एक दिवसीय जिलास्तरीय कार्यशाला व प्रशिक्षण आयोजित किया गया.
सुपर बाजार स्थित कला भवन में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन संयुक्त रूप से जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल व संयुक्त कृषि निदेशक शंकर कुमार चौधरी ने दीप जला कर किया. कार्यशाला को संबोधित करते डीएम श्री गुंजियाल ने कहा कि बिहार में कृषि रोडमैप जारी होने के बाद से फसल उत्पादन में वृद्धि हुई है.
फसल उत्पादन में राज्य आत्मनिर्भर हुआ है. उन्होंने कहा कि खेती के नये-नये तकनीक की पूरी जानकारी किसानों को रखना आवश्यक है. ताकि नये तकनीक से खेती कर किसान अपने खेतों की उत्पादकता को अधिक से अधिक बढ़ा सके. मिट्टी की जांच कर करें खेतीडीएम ने कहा कि इसके लिए किसानों को अपने-अपने खेतों की मिट्टी की जांच करवा कर मिट्टी के अनुसार यदि फसल की बुआई की जाती है तो उत्पादन क्षमता तो बढ़ेगा ही इससे किसान भी ज्यादा लाभान्वित होंगे.
वैज्ञानिक तरीके से तैयार हाइब्रिड बीज के इस्तेमाल किये जाने को लेकर किसानों को अधिक प्रोत्साहित करने पर बल देने की बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के हित को लेकर जो भी योजनाएं व अनुदान दी जाती है वह किसान तक समय पर जरूर पहुंच जानी चाहिए. इस मौके पर संयुक्त कृषि निदेशक श्री चौधरी ने नये तकनीक की जानकारी व प्रशिक्षण पंचायत स्तर तक पहुंचनी चाहिए.
ताकि किसान खेती की नये तकनीक की जानकारी हासिल कर खेतों में बीज रोपण व फसल उत्पादन कर सकें. अगुवानपुर कृषि कॉलेज के प्राचार्य उमेश सिंह ने कार्यशाला में मौजूद किसान सलाहकार को संबोधित करते हुए कहा कि रबी फसल ज्यादा से ज्यादा प्रभावी हो सके इसके लिए समय पर किसानों को जानकारी उपलब्ध कराना जरूरी है. ताकि किसान नये तकनीक का वातावरण तैयार कर खेती कर सके.
इससे पूर्व अपने स्वागत भाषण के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी व आत्मा के निदेशक नवीन कुमार ने रबी फसल के खेती के उत्पादन की बढ़ावा के लिए वातावरण का निर्माण कर किसानों को अधिक से अधिक खेती के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया. कृषि के विकास से ही होगी उन्नतिउन्होंने कहा कि जब तक कृषि का विकास नहीं होगा तब तक देश का विकास संभव नहीं है इसलिए पारंपरिक विधि से अलग वैज्ञानिक विधि के नये तकनीक से खेती करने पर कम लागत में अधिक मुनाफा व खेतों में ज्यादा पैदावार कर किसान खुशहाल हो सकते हैं.
कृषि परामर्शी डॉ मनोज कुमार सिंह ने जीरो-टिलेज से खेती की जानकारी देते हुए कम लागत व कम समय में किसानों के फायदे की कई जानकारी दी. आत्मा के परियोजना उपनिदेशक राजेश कुमार ने आत्मा द्वारा संचालित कृषि के लिए कई योजनाएं की विस्तृत चर्चा की. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की खुशहाली और किसानों के खेतों के पैदावार को बढ़ाने के लिए हर तरह से तत्पर है. उसी प्रकार विभाग भी किसानों के हित के लिए हमेशा खड़ी है.
इस मौके पर कृषि वैज्ञानिक डॉ राधेश्याम सिंह सहित कई कृषि विशेषज्ञों ने अपने-अपने विचार प्रकट कर रबी फसल के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई जानकारी दी. इस मौके पर आत्मा कर्मी पंकज कुमार सिंह, मो इरशाद, अमित कुमार झा, जिला कृषि कार्यालय लिपिक राकेश कुमार सहित सभी प्रखंडों के कृषि पदाधिकारी किसान सलाहकार व अन्य मौजूद थे. फोटो-कृषि 9 व 10- प्रशिक्षण शिविर में मौजूद डीएम, कृषि उपनिदेशक एवं मौजूद लोग