सत्तरकटैया : साल भर पूर्व प्रेम जाल में फंसी तो घर-बार की चिंता को ताक पर रख सभी नाते-रिश्तों को दरकिनार कर अपने प्रेमी से मंदिर में शादी रचा ली, लेकिन वही प्रेमी महज साल भर बीत जाने के बाद अपनी उस प्रेमिका को पहचानने से इनकार कर दिया, जिसे भगवान को साक्षी मान सात फेरे ले जीवन साथी बनाया था.
फिलहाल बिहार का प्रेमी और झारखंड की प्रेमिका इस नोंक -झोंक के बीच बिहरा थाने में कैद है.मामला इन दोनों राज्य के बीच हुए प्रेम और उसमें आई दरार का है. जमशेदपुर के आदित्यपुर सेक्टर टू निवासी भिखारी पांडेय की पुत्री काजल पांडेय की आंखें वहीं आसपास मोबाइल की दुकान के स्टाफ अजीत झा उर्फ पप्पू झा से चार हो गयी. किसी न किसी बहाने रोज मिलने का सिलसिला चलता रहा.
* पटना के महावीर मंदिर में रचा ली थी शादी
दोनों की बेकरारी बढ़ती गयी और जब एक दूजे से दूर रहना दूभर होने लगा तब पप्पू और काजल बाकी दुनियां को पीछे छोड़ते भाग पटना पहुंच गये. वहां महावीर मंदिर में शादी रचा ली. कुछ दिनों तक पटना में रहने के बाद पप्पू ने काजल को यह कहते वहां से जमशेदपुर भेज दिया कि वह घर में सबों को मना स्थिति को अपने पक्ष में कर उसे अपने घर ले जायेगा.
पप्पू अपने गांव सिहौल आ गया. कुछ दिनों तक गांव में रहने के बाद पप्पू वापस काम पर जमशेदपुर लौट गया. लगभग एक सप्ताह के बाद ही वह अपनी विवाहिता काजल को लेकर गांव आया. यहां परिवार वालों के विरोध करने पर पप्पू ने उसे एक बार फिर अकेला जमशेदपुर के बस में बिठा दिया.
बीते गुरुवार को काजल जमशेदपुर से अपने तीन-चार गांव वाले व सभी सामानों के साथ सिहौल पहुंच गई और ससुराल वालों को अपनाने का दवाब देने लगी. लेकिन इस बार तो उसके प्रेमी पति ने उसे पहचानने तक से इनकार कर दिया. इधर पप्पू सहित उसके घर वालों के द्वारा काजल को वापस झारखंड खदेड़े जाने का पूरा प्रयास किया गया.
बढ़ते झगड़ा-झंझट को देख गांव वालों ने इस बात की जानकारी बिहरा थाने को दी. सब इंस्पेक्टर सुबोध यादव सदल बल पहुंच मामले की तहकीकात की. इस उलझे मामले से परेशान पुलिस दोनों को हिरासत में ले पूछ-ताछ कर रही है. पूछने पर बिहरा पुलिस ने बताया कि शादी से संबंधित किसी तरह का साक्ष्य किसी के पास नहीं है. प्रेम के अनसुलझे गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस पूछताछ कर मामले की सच्चई का पता लगा रही है.