सहरसा : मंडल कारा में व्याप्त कुव्यवस्था के खिलाफ सोमवार को लगभग चार सौ बंदियों ने पूर्व सांसद आनंद मोहन की नेतृत्व में आमरण अनशन शुरू कर दिया. अनशनकारियों ने डीएम को सात सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सौंपा है. इसमें महंथी यादव, बौकु मंडल व सुभाष यादव की मौत की उच्चस्तरीय जांच व परिजनों […]
सहरसा : मंडल कारा में व्याप्त कुव्यवस्था के खिलाफ सोमवार को लगभग चार सौ बंदियों ने पूर्व सांसद आनंद मोहन की नेतृत्व में आमरण अनशन शुरू कर दिया. अनशनकारियों ने डीएम को सात सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सौंपा है. इसमें महंथी यादव, बौकु मंडल व सुभाष यादव की मौत की उच्चस्तरीय जांच व परिजनों को मुआवजा, मंडल कारा में बंद अन्य बंदियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, मंडल कारा में अब तक हुए निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच, बिजली करंट से मौत के बाद हुए आंदोलन में निर्दोष छात्रों पर किये गये मुकदमे वापस करने व बंदियों को पुन: मंडल कारा में वापस लाने, बंदियों को मिलने वाली पारिश्रमिक राशि को लेकर अनियमितता की जांच व पारिश्रमिक सुनिश्चित करने की मांग शामिल है.
इसके अलावा मंडल कारा में घटिया खाद्य सामग्री की आपूर्ति बंद करने व दूषित पेयजल आपूर्ति बंद करने सहित बंदियों को अपने परिजनों से बात करने के लिए दूरभाष की व्यवस्था करने की मांग की गयी है. ज्ञापन में मंडल कारा की अन्य समस्याओं का भी जिक्र किया गया है.
* फ्रेंड्स ऑफ आनंद की बैठक : फ्रेंड्स ऑफ आनंद की बैठक में भी मंडल कारा में अनशन व बिजली आंदोलन में फंसाये गये निर्दोष छात्रों का मामला छाया रहा. पूर्व सांसद लवली आनंद ने इसे अत्यंत गंभीर मामला बता सरकार से पहल करने की बात कही. उन्होंने कहा कि लगातार हो रही कैदियों की मौत को गंभीरता से लेते हुए सरकार को दखल देना चाहिए.
पूर्व सांसद ने कहा कि व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने पर फ्रेंड्स ऑफ आनंद आंदोलन करने को बाध्य होंगे. अनशन करने वालों में अनिल यादव, नूतन यादव, योगेंद्र यादव, सुधीर झा, अमित पासवान, पंकज सादा, सुधीर सिंह फौजी, डॉ शिवजी सिंह, गुडू राम, मो आमिद, अमरजीत, पिंटू यादव, श्याम पोद्दार, पवन सिंह, विलास साह सहित अन्य शामिल है.