सहरसा/खगड़िया/बेगूसरायः भागलपुर और गुजरात दंगों के दोषी लोग और राजनीतिक दल अल्पसंख्यक समुदाय के हितैषी व मित्र नहीं हो सकते. जिन लोगों ने दंगे के आरोपियों को महिमा मंडित करने का काम किया है, वैसे लोगों को वोट मांगने का अधिकार नहीं है. उक्त बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही.
शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सहरसा के महिषी प्रखंड, खगड़िया के परबत्ता और बेगूसराय में जनसभा को संबोधित किया. कु मार ने कहा कि लालटेन वाले पति-पत्नी को आपने पंद्रह वर्ष का मौका दिया था. उस वक्त की स्थिति किसी से छुपी नहीं है. वहीं, भाजपा पर हमला बोलते सीएम ने कहा कि एनडीए में हम शर्तो के साथ शामिल हुए थे. लेकिन भाजपा द्वारा विवादास्पद व्यक्ति को सामने लाकर मंदिर व धारा 370 को हटाने की वकालत की जाने लगी.
उन्होंने कहा कि कोसी नदी पर बना बलुआहा पुल व चमचमाती सड़कें स्वयं ही विकास की कहानी कह रही है. अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को रिझाते सीएम ने कहा कि जदयू के शासनकाल में मदरसा, मकतबों व अल्पसंख्यक शिक्षा को बढ़ावा दिया गया.
जबकि, अन्य सरकारों ने अफवाह फैला कर वोट मांग अकलियत को ठगने का काम किया है. कुमार ने कहा कि मैं विकास की बात करता हूं. भाजपा के लोग मुझे अहंकारी बताते हैं. मैं अहंकारी नहीं, गर्व है कि मैं बिहार की मिट्टी में पैदा हुआ हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि खगड़िया लोक सभा के भाजपा समर्थित लोजपा के उम्मीदवार का क्या कहना. कोई सोच सकता था कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ प्लेन से चलने वाले कैसर जो बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. वे दल बदल लेंगे. वहीं, रामविलास पासवान को पलटी मार राजनीतिज्ञ बताया.