सासाराम नगर : शहर के ताराचंडी रोड में अठखंभवा के पास मृत मिले युवक मुकेश की शादी नौ दिसंबर को होने वाली थी. शनिवार को घर में शगुन उठने वाला था. शायद विधाता को यह मंजूर नहीं था. जहां से बरात निकलनी थी, उसी दरवाजे से उस का शव निकला. यह दृश्य देख लोगों का दिल दहल उठा. पोस्टमार्टम के बाद काजीपुरा मुहल्ला में शव पहुंचते ही कोहराम मच गया. लाेगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मुकेश का शव देखने के बाद भी लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि अब वह इस दुनिया में नहीं है.
युवक की मां चंदा देवी शव से लिपट चीख उठी. उठ बेटे आज तो मेरा शगुन है. अपनी मां को छोड़ कर कहां चला गया. किसने मेरे लाल को छीन लिया. आखिर हमलोग किसी का क्या बिगाड़े थे. छोटी बहन प्रीति अपने भाई के शव से लिपटी हुई थी. भइया भइया की रट लगा अपने भाई को उठाने का असफल प्रयास कर रही थी. किसी ने इतनी हिम्मत नहीं जुटा पायी कि उस बच्ची से कहें कि अब तुम्हारा भाई कभी नहीं उठेगा. पूरा मुहल्ला रो रहा था. घटना के बाद किसी के घर का चूल्हा नहीं जला. तीनों छोटे भाई रीतेश, नीतेश व अक्षय का रोते रोते बेहाल थे़ रिश्तेदार स्तब्ध थे. शादी में शरीक होने आये थे.
उसी घर में दुःख का पहाड़ टूट पड़ा. उनको समझ में नहीं आ रहा था कि इस दुःख की घड़ी में किस को संभाले व किसे सांत्वना दें. पिता के आने का इंतजार हो रहा था. पिता अपने बेटे की शादी का निमंत्रण कार्ड बांटने गाजीपुर गये थे़ छोटे बेटे रीतेश के उनको फोन पर सूचना दिया. कहा, पापा घर आ जाइए भइया को चोट लगी है. पिता कामता कसेरा को निजी वाहन से ले कर आ रहे हैं. उनके आने पर अंतिम संस्कार होगा़
मुकेश की मां की चीख से दहल उठा काजीपुरा मुहल्ला
पिता देवरिया जिले में गये थे आमंत्रण कार्ड बांटने