सासाराम कार्यालय : शहर का तकिया रेलवे ओवरब्रिज पर चलना खतरे से खाली नहीं है. करीब दो दशक तक काम चलने के बावजूद आज तक पुल का निर्माण पूरा नहीं हो सका है. कभी पुल में दरार आ जाती है, तो कभी एप्रोच रोड में गड्ढा बन जाता है़ करगहर चौक के समीप अब तक […]
सासाराम कार्यालय : शहर का तकिया रेलवे ओवरब्रिज पर चलना खतरे से खाली नहीं है. करीब दो दशक तक काम चलने के बावजूद आज तक पुल का निर्माण पूरा नहीं हो सका है. कभी पुल में दरार आ जाती है, तो कभी एप्रोच रोड में गड्ढा बन जाता है़ करगहर चौक के समीप अब तक पुल का विस्तार भी नहीं हो सका है. अधूरे पुल पर ही ऑटो स्टैंड होने से उस पर चलना और खतरनाक हो जाता है.
इस पुल से अवैध तरीके से गिट्टी व बालू लदे ओवरलोडेड वाहन भी गुजरते हैं. तकिया रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज के निर्माण में करीब दो दशक लगे थे. दोनों ओर के पुल बनने के बाद रेलवे ट्रैक के ऊपर पुल मुकम्मल होने में कई वर्ष लगे थे. वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रिमोट से इसका उद्घाटन किया था. उस समय भी पुल अधूरा ही था. दक्षिण दिशा में पुरानी जीटी रोड के पास पुल का निर्माण रूक गया. उस समय कुछ भवनों को हटाने को लेकर जीच भी हुई, जो आज तक बरकरार है. इसका परिणाम है कि पुल अब तक अधूरा ही रह गया है.
सड़क में पड़ती रही दरार: वर्तमान समय में पुल के बीचों-बीच मरम्मत का कार्य चल रहा है. आधा सड़क को ईंट की दीवार से घेर कर मरम्मत का कार्य जारी है. करीब एक माह से कार्य चल रहा है. इसके कारण वाहनों के परिचालन में परेशानी हो रही है. दुर्घटना होने का खतरा भी बना रहता है़ एक ही रास्ते से दोनों ओर के वाहनों को चलना पड़ रहा है. इसके कारण पुल पर जाम की स्थिति बन जा रही है.
अधूरे पुल पर ही 2014 में शुरू हो गया परिचालन अब तक पूरा नहीं हो सका काम
तकिया में रेलवे ओवरब्रिज पर बना अवरोधक.
पुल के टूटने का कारण ओवरलोडिंग
इस पुल से करगहर व कोचस होते हुए वाहनों का परिचालन होता है. सुबह व देर रात में बालू और गिट्टी के बड़े वाहन इसी पुल से पार करते हैं. ओवरलोडेड बालू लदे वाहनों के कारण पुल के जीवन पर खतरा बढ़ जाता है. कभी सड़क पर गड्ढे उभर जाते हैं, तो कभी दरार आ जाता है.
बोले अधिकारी
तकिया रेलवे ओवरब्रिज की जांच करायी जायेगी. बार-बार उसमें दरार क्यों आ रहा है. इसके लिए अधिकारियों को लगाया जायेगा. पुल का निर्माण पूरा करने के लिए भी सरकार को लिखा जायेगा.
अनिमेष कुमार पराशर, डीएम