हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट योजना खटाई में
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तीन माह में आठ वाहनों की ही बदली नंबर प्लेट
हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट योजना खटाई में सासाराम (शहर) : सरकार की सभी तरह के वाहनों में हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लगाने की योजना खटाई में पड़ती नजर आ रही है़ वर्ष 2008 में शुरू की गयी इस योजना के तहत जिले में अब तक केवल दो हजार ही हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट विभिन्न वाहनों […]
सासाराम (शहर) : सरकार की सभी तरह के वाहनों में हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लगाने की योजना खटाई में पड़ती नजर आ रही है़ वर्ष 2008 में शुरू की गयी इस योजना के तहत जिले में अब तक केवल दो हजार ही हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट विभिन्न वाहनों में लगा है़ गौरतलब है कि इस योजना का उद्देश्य वाहनों को एक ऐसा नंबर प्लेट देना था, जिससे उनकी अलग पहचान हो. वाहन चोरी हो जाने पर उसका आसानी से पता चल सके. योजना के लागू होने पर जिले में भी उसकी धूम मची थी. हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट के लिए लंबी लाइन लगती थी.
कुछ दिनों में नंबर प्लेट कम पड़ने लगा था. फिर एक ऐसा समय आया कि दो तीन वर्ष तक हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट को लोग लगभग भूल ही गये. जिला परिवहन कार्यालय का भी इस ओर ध्यान हट गया है. विभाग के तरफ से नंबर प्लेटों की जांच होनी ही बंद हो गयी. आलम यह है कि 2008 से अबतक करीब दो हजार वाहनों में ही हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लग सके. हाल के तीन महीनों में मात्र आठ वाहनों में ही नंबर प्लेट लगे हैं. हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट के अभाव में निजी वाहनों में तरह-तरह के रंग बिरंगे व डिजाइनदार नंबर प्लेट लगायी जाने लगी है,
जिसका नंबर पढ़ना आम आदमी के बस की बात नहीं रही. ऐसे वाहन चालक धक्का मारने के बाद आसानी से फरार हो जाते है, और उनकी पहचान नहीं हो पाती है़ चोरी हो जाने पर भी उसकी खोज करने आदि में पुलिस को भी परेशानी होने लगी है. बावजूद इस ओर किसी का ध्यान नहीं है. लोग अपने वाहनों में धड़ल्ले से मनचाहे प्लेटों का इस्तेमाल कर रहे हैं. परंतु, आजतक परिवहन विभाग द्वारा इसके रोक थाम के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया गया है.
हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट की शुल्क तालिका
वाहन शुल्क दर
दोपहिया वाहन 131
तीन पहिया वाहन 162
हल्की सवारी गाड़ी 335
हल्के मालवाहक 310
ट्रैक्टर 140
नहीं चला अभियान
वाहनों पर हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट की जगह पर धड़ल्ले से लग रहे रंग बिरंगे व डिजायनदार नंबर प्लेट पर रोकथाम के लिए परिवहन विभाग द्वारा आजतक कोई अभियान नहीं चलाया गया. उसके फलस्वरूप अधिकतर वाहनों पर सिर्फ रंग-बिरंगे नंबर प्लेट ही नजीर आते हैं. गत तीन माह में सिर्फ आठ हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट ही लग पाया है.
डीटीओ कार्यालय से नहीं मिल रहा सहयोग
डीटीओ कार्यालय से हमें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. भूले भटके कोई आ जाता है. डीटीओ कार्यालय से ही इस पर दबाव बनाने से योजना सार्थक होगी.
मुकेश कुमार, प्रबंधक, लिंक प्वाइंट इंफ्रास्ट्रक्चर
एजेंसी नहीं कर रही अच्छा काम
हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लगाने की जिम्मेवारी लिंक प्वाइंट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को दी गयी है. एजेंसी इस संबंध में अच्छे से काम नहीं कर रही है. एजेंसी हम से वाहनों के निबंधन का डाटा भी नहीं ले रही है. इसके कारण नंबर प्लेट लगाने की जानकारी नहीं हो पा रही है.
जय कुमार द्विवेदी, जिला परिवहन पदाधिकारी
हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट से लाभ
हाइ सिक्यूरिटी नंबर प्लेट पर परिवहन विभाग द्वारा एक विशेष तरह का होलोग्राम लगा होता है. जो वैद्य वाहन नंबरों की पहचान चिह्न होता है़ नंबर प्लेट पर 11 अंकों का लेजर नंबर भी अंकित होता है. वाहन चोरी होने पर इंटरनेट पर 11 अंकों का लेजर नंबर व वाहन संख्या डालने पर वाहन के लोकेशन को सूचित करता है.
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