पूर्णिया : शहर के लाइन बाजार के बिहार टॉकिज रोड स्थित एक नर्सिंग होम में रोगी की मौत के बाद तोड़फोड़ की घटना को आइएमए ने काफी गंभीरता से लिया है और प्रशासन से कार्यस्थल पर सुरक्षा की गारंटी देने की मांग की है.
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सुरक्षा की गारंटी दे प्रशासन : आइएमए
पूर्णिया : शहर के लाइन बाजार के बिहार टॉकिज रोड स्थित एक नर्सिंग होम में रोगी की मौत के बाद तोड़फोड़ की घटना को आइएमए ने काफी गंभीरता से लिया है और प्रशासन से कार्यस्थल पर सुरक्षा की गारंटी देने की मांग की है. इस मसले पर हुई आपात बैठक की पुष्टि करते हुए आइएमए […]
इस मसले पर हुई आपात बैठक की पुष्टि करते हुए आइएमए के अध्यक्ष डा़ एस के वर्मा ने बताया कि किसी रोगी की मौत के बाद परिजनों की मनोदशा को समझा जा सकता है. मगर बार-बार इस तरह की घटनाओं में भीड़ की ओर से हमला करने का ट्रेंड यह इशारा करता है कि कुछ असामाजिक तत्व बेवजह मामले को तूल देने की कोशिश करते हैं और मृतक के परिजनों की आड़ में हमले करते हैं. उन्होंने बताया कि लाइन बाजार में इस तरह के असामाजिक तत्वों का गिरोह खड़ा हो गया है
जो भयादोहन की नीयत डॉक्टरों को हर तरीके से परेशान करने की कोशिश करता है. डा़ वर्मा ने बताया कि सुरक्षा के सवाल पर तमाम डॉक्टर एकजुट हैं और प्रशासन से मांग करते हैं कि लाइन बाजार स्थित स्वास्थ्य नगरी का माहौल बिगाड़नेवालों को चिह्नित करें और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. उन्होंने दावा किया इन असामाजिक तत्वों का बसेरा ज्यादा दूर भी नहीं है. आसपास की बस्तियों में ही इनका ठिकाना है.
आइएमए की आपात बैठक में नहीं आये पीड़ित डॉक्टर :
इस घटना के बाद मंगलवार की देर शाम आइएमए की ओर से आपात बैठक बुलायी गयी थी. इसमें घटना से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की गयी. खबर किये जाने के बाद भी पीड़ित डॉ विजय चौधरी बैठक में नहीं आ पाये. आइएमए अध्यक्ष डॉ एस के वर्मा ने बताया कि डॉ चौधरी के बैठक में नहीं आने के बारे में पता किया गया तो मालूम पड़ा कि वे इस वक्त पूर्णिया से बाहर हैं. पूर्णिया लौटने के बाद उनकी ओर से आइएमए को आवेदन मिलने पर घटना की बाबत उच्च स्तर तक मामला ले जाया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस तरह की घटनाओं से डॉक्टर बिरादरी का मनोबल गिराने की मंशा को कभी कामयाब होने नहीं दिया जायेगा.
स्वास्थ्य विभाग को भी हालात सामान्य होने का इंतजार : नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की घटना को लेकर कानूनी कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग भी हालात सामान्य होने का इंतजार कर रहा है. सिविल सर्जन डॉ एम एम वसीम पहले ही कह चुके हैं कि डॉ विजय चौधरी की डिग्री और नर्सिंग होम के मानक की जांच की जायेगी. डॉ चौधरी के नर्सिंग होम पर न्यूरो सर्जन का बोर्ड लगा हुआ है.
घटना के बाद से उनकी डिग्री को लेकर भी तरह-तरह की चर्चा हो रही है, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी जांच का मूड बनाया है. सीएस ने बताया कि इस प्रकार की जांच के लिए किसी शिकायतकर्ता की जरूरत नहीं पड़ती है. सदर एसडीपीओ राजकुमार साह ने भी बताया कि दोनों पक्षों से लिखित आवेदन मिलने पर पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी.
डा विजय के नर्सिंग होम में भरती हुआ था मो रागीब
मो़ रागीब(18) लाइन बाजार कब्रिस्तान चौक के मो कलाम का बेटा था. वह लाइन बाजार में ही किसी अन्य क्लिनिक में स्टाफ था. 7 मई को शाम में कटिहार मेडिकल कॉलेज के पास हुआ वह सड़क हादसे में घायल हुआ था. गंभीर हालत में उसे बिहार टॉकिज रोड स्थित न्यूरो सर्जन डा़ विजय कुमार चौधरी के नर्सिंग होम में भरती कराया गया. आठ मई को उसके हेड इंज्युरी का ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के बाद वह होश में ही नहीं आया. बाद में डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसकी मौत की खबर सुन कर परिजन आक्रोशित हो गये. भीड़ ने डॉक्टर पर हमला बोल दिया और नर्सिंग होम के अंदर जम कर तोड़फोड़ मचायी.
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