आइटीओ वन को किया गया शंट बनाये गये आइटीओ टीडीएस
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आयकर छापेमारी के बाद आइटीओ पर गिरी गाज
आइटीओ वन को किया गया शंट बनाये गये आइटीओ टीडीएस पूर्णिया : पिछले महीने 31 ठिकानों पर आयकर छापे में 200 करोड़ से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ था. इसके बाद महकमे में यह चर्चा थी कि जल्द ही स्थानीय आयकर अधिकारी कार्रवाई की जद में आयेंगे. इस चर्चा को हकीकत बनने में 15 दिन […]
पूर्णिया : पिछले महीने 31 ठिकानों पर आयकर छापे में 200 करोड़ से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ था. इसके बाद महकमे में यह चर्चा थी कि जल्द ही स्थानीय आयकर अधिकारी कार्रवाई की जद में आयेंगे. इस चर्चा को हकीकत बनने में 15 दिन का भी वक्त नहीं लगा. पखवारे के भीतर ही स्थानीय आइटीओ वन सुबोध राय पर आखिरकार गाज गिर ही गयी. स्थानीय विभाग में ही उनकी जिम्मेदारी बदल दी गयी है. उन्हें आइटीओ टीडीएस बनाया गया है.
उनकी जगह पर भागलपुर के आयकर अधिकारी राघवेंद्र सिंह को आइटीओ वन की जवाबदेही दी गयी है. चूंकि हाल में जो आयकर छापे पड़े वे आइटीओ वन के क्षेत्र में आते हैं. इसलिए श्री राय की जिम्मेदारी बदले जाने को स्थानीय महकमे में शंटिंग करने की कार्रवाई मानी जा रही है. बिहार के सीसीआइटी के निर्देश पर हुए इस फेरबदल से स्थानीय महकमे में हड़कंप व्याप्त है.
छापेमारी से अलग रखे गये थे आइटीओ : छापेमारी के बारे में तात्कालीन आइटीओ को न तो कोई जानकारी दी गयी न ही छापेमारी में शामिल ही किया गया. छापेमारी के दौरान मिले आइटीओ के एक बेहद करीबी रिश्तेदार के एक बिल को लेकर आयकर विभाग में चर्चा का माहौल बना हुआ था . चर्चा यह थी कि इस बिल की रकम इतनी ज्यादा है कि आम आदमी गश खाकर गिर जाये. इस बिल को लेकर भी आइटीओ की मुश्किल बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही थी.
हालांकि इस बिल को लेकर अभी भी कई सवाल अनुत्तरित हैं. सवाल यह है कि आखिर यह बिल है किस मद का. किसी के इलाज का बिल है या फिर किसी चीज की खरीददारी का. मसला यह भी है कि इस बिल का पूरा भुगतान किया गया या आंशिक या फिर बिल्कुल नहीं. आयकर छाप में सामने आये इस बिल को खासतौर से जांच के दायरे में रखा गया है.
आयकर छापे में लॉकरों की जांच है लंबित : 19 अप्रैल को शहर के 29 ठिकानों पर संयुक्त निदेशक मधुमालती घोष और सहायक निदेशक डा़ शिवशंकर यादव के नेतृत्व में छापेमारी की गयी थी. जबकि 25 अप्रैल को दो प्रतिष्ठानों पर उप निदेशक दलजीत सिंह व उप निदेशक ओ पी झा के नेतृत्व में जांच की गयी थी. कुल 31 ठिकानों पर की गयी छापेमारी में कुछ लॉकर सील कर छोड़ दिये गये थे. आयकर टीम की ओर से जल्द ही इन लॉकरों की जांच करने की संभावना जतायी जा रही है. इन लॉकरों की जांच पूरी होने के बाद आयकर नये सिरे से नोटिस थमा सकती है.
कारोबािरयों की बढ़ेंगी मुिश्कलें
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