पूर्णिया : हरियाणा के सफीदों से निर्दलीय विधायक जसबीर देशवाल के पूर्णिया स्थित दो प्रतिष्ठानों पर मंगलवार को आयकर टीम ने धावा बोला. इस छापेमारी में बड़े पैमाने पर आयकर चोरी व अन्य वित्तीय गड़बड़ी सामने आयी है. शुरुआती जांच में टीम ने साढ़े तीन लाख रुपये जब्त किये हैं. इन रुपयों के बारे में […]
पूर्णिया : हरियाणा के सफीदों से निर्दलीय विधायक जसबीर देशवाल के पूर्णिया स्थित दो प्रतिष्ठानों पर मंगलवार को आयकर टीम ने धावा बोला. इस छापेमारी में बड़े पैमाने पर आयकर चोरी व अन्य वित्तीय गड़बड़ी सामने आयी है. शुरुआती जांच में टीम ने साढ़े तीन लाख रुपये जब्त किये हैं.
इन रुपयों के बारे में कोई बिल या दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण इसे जब्त कर लिया गया. छापेमारी टीम में हरियाणा के आयकर उपनिदेशक दलजीत सिंह, प्रसून कुमार झा समेत डेढ़ दर्जन आयकर अधिकारी शामिल हैं. छापेमारी टीम ने यह भी खुलासा किया है कि उक्त नेता के पूर्णिया समेत देशभर में कई और प्रतिष्ठान हैं जहां एक साथ छापेमारी की जा रही है.
हरियाणा के विधायक…
मरंगा औद्योगिक क्षेत्र स्थित स्काईलार्क फीड्स प्राइवेट लिमिटेड के इन दो प्रतिष्ठानों में मुर्गी का चारा निर्माण और मुर्गीपालन किया जाता है, जहां मंगलवार सुबह दस बजे के करीब आयकर टीम ने धावा बोला. जिस वक्त आयकर का छापा पड़ा उस वक्त दोनों प्रतिष्ठानों पर सप्लायर की ओर से चारा आदि का कच्चा माल गिराया जा रहा था. आयकर टीम ने फौरन इसे रोक दिया व उनलोगों को प्रतिष्ठान से बाहर कर दिया जो प्रतिष्ठान के कर्मी नहीं थे. इसके बाद उपलब्ध नकद और लेखा बही को टीम ने खंगालना शुरू किया. समाचार प्रेषण तक छापेमारी चल रही थी.
गुलाबबाग मंडी से सालाना 20 करोड़ की मकई खरीदता है प्रतिष्ठान
उक्त प्रतिष्ठान में चारा तैयार करने के लिए मकई की बड़े पैमाने पर खरीदारी की जाती है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, मक्कांचल की सबसे बड़ी मंडी गुलाबबाग से मकई के बड़े खरीदारों में यह प्रतिष्ठान शामिल है. गुलाबबाग मंडी से सालाना 15 करोड़ से लेकर 20 करोड़ तक की मकई की आपूर्ति इस प्रतिष्ठान को की जाती है. इसके लिए प्रतिष्ठान कई एजेंसियों की मदद लेती है. इन एजेंसियों से जुड़े किसान मकई सीधे प्रतिष्ठान में अनलोड करते हैं. बदले में संबंधित एजेंसियों की ओर से इन किसानों को भुगतान किया जाता है.
हफ्तेभर में दूसरे आयकर छापे से हड़कंप
एक सप्ताह के अंदर आयकर विभाग की ओर से दूसरी छापेमारी से पूर्णिया के बड़े निवेशकों और व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है. इससे पहले 19 अप्रैल को आयकर ने निजी अस्पताल और उसके 12 निदेशकों के प्रतिष्ठानों और घरों समेत ढाई दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी.
अभी इस कार्रवाई की चर्चा थमी भी नहीं कि बुधवार को फिर आयकर टीम ने एक और बड़ी कार्रवाई कर दी. आयकर छापे के ट्रेंड से लग रहा है कि रसूखदार लोगों के लिए अभी वक्त अच्छा नहीं है. खासकर पूर्णिया का कारोबार पूरी तरह से आयकर के रडार पर आ गया है. पूरी छापेमारी से स्थानीय अधिकारियों को दूर रखकर आयकर विभाग अपनी मंशा भी स्पष्ट कर रहा है.
बड़े पैमाने पर आयकर चोरी व वित्तीय गड़बड़ी उजागर