सदर अस्पताल के डायरिया वार्ड में डायरिया मरीजों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है.पिछले एक सप्ताह में शहर व निकटवर्ती प्रखंडों से कुल 102 डायरिया के मरीज इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे हैं.
पूर्णिया : जिले में डायरिया के बढ़ते प्रकोप का मुख्य कारण मौसम में बदलाव माना जा रहा है.इस समय डायरिया शहर एवं निकटवर्ती प्रखंडों के लोगो को अपना शिकार बना रहा है. वहीं डायरिया से निबटने के लिए सदर अस्पताल में व्यवस्था नाकाफी साबित हो रहा है. इस वार्ड के लिए महज दो एएनएम की तैनाती की गयी है. वहीं डॉक्टरों की अनुपस्थिति की वजह से मरीजों का इलाज भी समुचित रूप से नहीं हो पा रहा है.
मौसम में उतार -चढ़ाव की वजह से बढ़ी समस्या . कभी गरमी एवं कभी बरसात के कारण मौसम में अनिश्चितता बनी हुई है. उतार -चढ़ाव के कारण शहर तथा आस पास के प्रखंडों में डायरिया लोगों को आसानी से अपना शिकार बना रहा है. डॉक्टरों के अनुसार बरसात में संक्रमित एवं बासी भोजन करने के कारण भी लोगों में डायरिया का प्रसार होता है.
इस समय शहर के लाइन बाजार,पूर्णिया पूर्व प्रखंड,के नगर आदि इलाके से सर्वाधिक डायरिया प्रभावित मरीज सदर अस्पताल पहुंच रहे है.आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि रोजाना औसतन 14 से भी अधिक डायरिया प्रभावित मरीज अस्पताल में भरती हो रहे हैं.
एएनएम के भरोसे हो रहा है इलाज .डायरिया से प्रभावित मरीजों की शिकायत है कि आपातकालीन एवं ओपीडी से वार्ड में भरती होने के बाद डॉक्टर मरीजों को देखने भी नहीं पहुंचते हैं.वार्ड में प्रभावित मरीजों की दवा ,स्लाइन सब काम यहां तैनात दो एएनएम ही करती है.
वार्ड में भरती एक मरीज ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि हमारा इलाज किस डॉक्टर के अधीन चल रहा है, उसे पता ही नहीं है. वहां मौजूद कुछ परिजनों ने बताया कि यहां आने के बाद पता चलता है कि बिना डॉक्टरों के इलाज चल रहा है. लिहाजा कई मरीज वार्ड छोड़कर अन्यत्र इलाज कराने चले जाते हैं.एएनएम ने बताया कि डॉक्टरों के निर्देश पर मरीजों का इलाज जारी है.