डीलर की मनमानी. राशन से वंचित रह जाते हैं उपभोक्ता
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कूपन नहीं तो राशन नहीं
डीलर की मनमानी. राशन से वंचित रह जाते हैं उपभोक्ता अनुमंडल क्षेत्र में न जाने कितने उपभोक्ता हैं, जिनके निवाले पर पीडीएस दुकानदारों द्वारा सेंध मारी नियमित रूप से की जा रही है. गरीबों की इस पीड़ा की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. लिहाजा थक हार कर गरीब डीलरों के रहमोकरम पर जिसको जो […]
अनुमंडल क्षेत्र में न जाने कितने उपभोक्ता हैं, जिनके निवाले पर पीडीएस दुकानदारों द्वारा सेंध मारी नियमित रूप से की जा रही है. गरीबों की इस पीड़ा की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. लिहाजा थक हार कर गरीब डीलरों के रहमोकरम पर जिसको जो मिल रहा है, वही लेने को बाध्य हैं.
पूर्णिया : सदर अनुमंडल क्षेत्र के प्राय:सभी प्रखंडों में जनवितरण प्रणाली व्यवस्था भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है. विभागीय निर्देशों के बावजूद कूपन नहीं होने पर राशन से वंचित करने का मामला कई जगहों से सामने आ रहा है.जबकि विभागीय निर्देश है कि जिनके पास कूपन नहीं भी हो उन्हें राशन केरोसिन से वंचित नहीं रखा जाये. किंतु अधिकांश डीलर विभागीय निर्देशों को ताक पर रख कर गरीबों को अनाज से वंचित कर रहे हैं. अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों में ऐसे सैकड़ों मामले मिल जायेंगे, जिन्हें महज कूपन नहीं रहने पर अनाज नहीं दिया जाता है.
विभागीय सांठ-गांठ हो रहा है अनाज हजम: सदर अनुमंडल के पांच प्रखंड श्रीनगर,कसबा,जलालगढ़, पूर्णिया पूर्व एवं के नगर प्रखंड में डीलरों एवं विभागीय अधिकारियों के घालमेल से गरीबों को राशन केरोसिन योजना से वंचित रखने की कवायद लंबे समय से चल रही है. जिससे डीलर बेखौफ होकर गरीबों के अनाजों को कालाबाजारियों के हवाले कर दिया जाता है.
यहां के उपभोक्ता फरियाद कर के भी थक चुके हैं.शिकायत करने वाले का आवेदन की कॉपी डीलर को उपलब्ध हो जाता है.जिससे शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं को उल्टा डीलर का कोपभाजन बनना पड़ता है. इन उपभोक्ता को डीलर द्वारा जो भी मिलता है,उसे लेने में ही अपनी भलाई समझते हैं.
पीडीएस व्यवस्था बदहाल
केस स्टडी-1
श्रीनगर प्रखंड के जगेली चौक निवासी उपभोक्ता ललित कुमार ने बताया कि डीलर नियमित रूप से अनाज नहीं देता है. जब राशन उपलब्ध रहता है तो अब -तब राशन देने की बात कह कर चक्कर लगवाता है.कई उपभोक्ता तो थक हार कर राशन ही छोड़ देता है. इस प्रकार महीना का अंत होते ही स्टॉक शून्य का बोर्ड लगा दिया जाता है. इतना ही नहीं जिनके पास कूपन नहीं होता है,उसे राशन देने से इनकार कर देता है.
केस स्टडी-2
कसबा प्रखंड के मोहनी पंचायत के टीकापुर निवासी संजीव ने बताया कि कब राशन वितरण होता है, इसका पता ही नहीं चलता है.यहां के डीलर एक माह के बाद एक माह राशन देता है.वह भी कम मात्रा में देता है. विरोध करने पर डीलर स्पष्ट शब्दों में दो टूक जवाब देता है कि जहां शिकायत करनी है, करो. हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. विवश हो कर हमें जितना राशन मिलता है, ले लेते हैं.
केस-3
पूर्व प्रखंड के उथरी पोखरिया निवासी मो सुलेमान व दाउद ने बताया कि डीलर द्वारा अनियमित राशन आपूर्ति की जाती है. जब कभी देता भी है तो इस भावना से देता है लगता है मानो हमें भीख दे रहा है. राशन तो एक माह का देता है किंतु दो दो माह का कूपन ले लेता है.डीलर दुकान भी निर्धारित समय से नहीं खोलता है.
मनमानी कर रहे डीलर
कसबा प्रखंड में डीबीटी लागू होने में विलंब के कारण पीडीएस डीलर मनमानी पर उतर आये हैं. इन पीडीएस दुकानदारों ने अपने मन में यह धारणा पाले बैठे है कि डीबीटी लागू होने के बाद से उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं हैकसबा प्रखंड के चाहे नगर पंचायत हो या फिर पंचायत हर जगह राशन केरोसिन वितरण में घोर धांधली की बात सामने आ रही है.इन डीलरों को वहां के विभागीय अधिकारी का भरपूर सहयोग मिल रहा है.राशन केरोसिन में धांधली में अब श्रीनगर में भी खुल कर मनमानी हो रही है.
अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है.यदि किसी उपभोक्ता की कोई लिखित शिकायत मिलती है तो वैसे पीडीएस विक्रेता पर कार्रवाई अवश्य होगी.
रविंद्र नाथ प्रसाद सिंह,सदर अनुमंडल,पूर्णिया
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