पूर्णिया : सहायक खजांची थाना क्षेत्र के मिथिला विवाह भवन के निकट स्थित श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनांस कंपनी के शाखा कार्यालय में शनिवार की रात हुई चोरी की घटना को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं. एक ओर जहां पुलिस इस मामले को संदेहास्पद बता रही है, वहीं शाखा कर्मियों के बयान व घटनाक्रम संदेह के घेरे में है. दबी जुबान से यह भी चर्चा होने लगी है कि बीमा प्राप्त करने के उद्देश्य से चोरी की घटना को अंजाम दिलाया गया है या दिया गया है.
संदेहास्पद है केश एंड गोल्ड चभ का बाहर निकलना : कार्यालय में रखा कैश एंड गोल्ड चभ(लोहे का संदूक) का वजन करीब एक टन बताया गया है. जिसे तंग केबिन से उठा कर बाहर लाया गया और आड़ी व हथौड़ी की मदद से काट कर चभ में रखा 55 पैकेट गोल्ड एवं नकद 19.69 लाख रुपये आसानी से निकाल लिया गया. जबकि चभ को उठाने के लिए 15 से 20 लोगों की आवश्यकता होगी. बगैर केविन की दीवार तोड़े तंग जगह से चभ को बाहर निकाल लेना घटना को संदेहास्पद बनाता है.
दो गार्ड सुरक्षा में रहता था तैनात : कंपनी के स्थानीय कर्मियों के अनुसार एक नाइट गार्ड भी वारदात के समय ड्यूटी पर तैनात था. गार्ड की उपस्थिति में 15 से 20 लोगों का दो मंजिला मकान के खिड़की का ग्रील तोड़ कर अंदर पहुंचना कई सवाल खड़े कर रहा है. शाखा के रिकवरी हेड संजीत कुमार के अनुसार कार्यालय में 05 सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है. चोर द्वारा सीसीटीवी का एक कमरे में रखा हार्ड डिस्क निकाल ले जाने का मामला भी संदेह के घेरे में है. शाखा कार्यालय में सुरक्षा के लिए दो गार्ड तैनात है. जिसमें एक विभाष कुमार रात में ड्यूटी करता है, वहीं दूसरा गार्ड विनोद कुमार दिन मेंकार्य करता है.
पुलिस भी घटना को मान रही है संदेहास्पद : केहाट थानाध्यक्ष रंजन कुमार सिंह के अनुसार शनिवार की देर रात सदर एसडीपीओ, सदर थानाध्यक्ष एवं वे स्वयं सदल बल घटनास्थल के क्षेत्र में रात्रि गश्त कर रहे थे. सदर एसडीपीओ राजकुमार साह ने घटना को पूर्ण रूप से संदेहास्पद बताया है. श्री साह ने कहा कि घटना को लेकर शाखा कर्मियों के बयान में काफी असमानता दिख रही है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि बगैर कंपनी के कर्मियों की मिलीभगत से यह संभव नहीं है. पुलिस घटना के सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. सनद रहे कि 03 अक्टूबर 2010 में श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनांस कंपनी का शाखा कार्यालय पूर्णिया में खोला गया था. कंपनी मुख्य रूप से ट्रांसपोर्ट ऋण देने का कार्य करती है. कंपनी में रखा गोल्ड ग्राहकों के ऋण सिक्यूरिटी को लेकर रखे जाते हैं.