रिटायर्ड इंजीनियर हत्याकांड: अंकु के बदलते बयान से मामला उलझा पूर्णिया. बसंत बिहार का सेवानिवृत्त अभियंता योगेंद्र प्रसाद मंडल हत्याकांड वक्त बीतने के साथ उलझता ही जा रहा है. यूं तो मामले के सभी आरोपी संदेह के दायरे में हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से मृतक के भतीजा आशीष कुमार अंकु के बदलते बयान से मामला उलझ कर रह गया है. हत्या के पूर्व अंकु को अचानक पेट में दर्द होना और रात 08 बजे घर से दवाई लाने बाजार जाना और फिर रात 09:30 बजे पुन: घर वापस आकर सो जाना पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन कर रह गया है. पूरा घटनाक्रम सहज विश्वास करने लायक नहीं नजर आता है. 24 दिसंबर की दोपहर मरंगा थाना में दिये गये बयान में एक ओर जहां अंकु ने बताया था कि वह खाना खाकर घर से निकला था और घर से निकलते समय उसके चाचा ने यह कह कर गेट की चाबी दी थी कि लौटते समय उसे डिस्टर्ब नहीं करना और घर में आ जाना. अब सवाल यह उठता है कि घर लौट कर अंकु सोने से पूर्व मूत्र त्याग के लिए बाथरूम क्यों नहीं गया. जबकि सर्द मौसम में वैसे भी सोने से पूर्व लोग बाथरूम जाते हैं. हालांकि इस संबंध में अपनी सफाई देते हुए अंकु ने कहा था कि वह घर से बाहर ही मूत्र त्याग कर अंदर आया था. अंकु का बयान विरोधाभासों से भरा हुआ है. अंकु ने बाद में यह कहा कि वह घर वापस लौट कर खाना खाया. जबकि अंकु ने खुद बताया था कि उसके पेट में दर्द हो रहा था और घर पहुंचने से पूर्व उसे बार-बार उल्टी जैसा एहसास हो रहा था. सवाल यह है कि जब उल्टी जैसा एहसास हो रहा था तब फिर किस परिस्थिति में अंकु ने घर आकर खाना खाया. अंकु के अनुसार उसे चाचा की हत्या का तब पता चला, जब वह अहले सुबह शौच जाने के लिए बाथरूम का दरवाजा खोला. उसने घटना की सूचना सबसे पहले पड़ोस में रह रहे मृतक के ममेरा भाई मृत्युंजय की पत्नी तृष्णा देवी को दिया था. अंकु का बुधवार की रात 08 बजे से 09:30 बजे गायब रहना सवालों के घेरे में है. इधर 08 वर्ष से मृतक के साथ रह रहा दत्तक पुत्र रिक्की सिंह का हत्या से पूर्व मृत्युंजय के साथ पटना जाना लोगों को गले नहीं उतर रहा है. रिक्की के परिजनों की मानें तो योगेंद्र प्रसाद मंडल की हत्या से रिक्की को लाभ की वजह नुकसान ही हुआ है. छह माह पूर्व से अंकु का बसंत बिहार स्थित अपने मृतक चाचा के आवास पर आकर कई सवालों को जन्म दे रहा है. इतना तो तय है कि योगेंद्र मंडल की हत्या संपत्ति के लिए हुई है और इस हत्या में राजदार कौन-कौन है, यह पुलिस अनुसंधान से ही स्पष्ट हो सकेगा. टिप्पणी रिटायर्ड इंजीनियर की हत्या में करीबी लोगों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है. फिलहाल रिक्की, अंकु व मृत्युंजय पर ही अनुसंधान केंद्रित है. साक्ष्य जुटाया जा रहा है. शीघ्र ही उद्भेदन हो जायेगा. राजकुमार साह, सदर एसडीपीओ, पूर्णिया फोटो:- 27 पूर्णिया 11परिचय:- मृतक इंजीनियर का फाइल फोटो
रिटायर्ड इंजीनियर हत्याकांड: अंकु के बदलते बयान से मामला उलझा
रिटायर्ड इंजीनियर हत्याकांड: अंकु के बदलते बयान से मामला उलझा पूर्णिया. बसंत बिहार का सेवानिवृत्त अभियंता योगेंद्र प्रसाद मंडल हत्याकांड वक्त बीतने के साथ उलझता ही जा रहा है. यूं तो मामले के सभी आरोपी संदेह के दायरे में हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से मृतक के भतीजा आशीष कुमार अंकु के बदलते बयान से मामला […]
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