आयी सर्दी, खान-पान में बरते सावधानी पूर्णिया. यूं तो आम तौर पर सर्दी के मौसम को हेल्दी सीजन माना जाता है. लेकिन सर्दी का मौसम सर्दी, खांसी, जुकाम, जोड़ों का दर्द, सांस लेने में तकलीफ तो लेकर आती ही हैं, हृदय रोगियों के लिए सर्दी का मौसम मुश्किलों से भरा होता है. ऐसे में अपने दैनिक खान-पान में ऐसी चीजों को शामिल किया जा सकता है जो ना केवल इन समस्याओं को दूर भगाता है, बल्कि इन समस्याओं से लड़ता भी है. सर्दी-खांसी है आम बीमारी सर्दी के इस मौसम में सर्दी -खांसी बड़ा ही आम है. बच्चे हों या बुजुर्ग आसानी से इसके चपेट में आ जाते हैं. नाक से पानी गिरना, खांसी, कफ निकलना, सिर दर्द और कभी-कभी बुखार सर्दी-खांसी के साथ जुड़ कर आता है. कम से कम तीन दिन और अधिकतम एक सप्ताह तक इस परेशानी का सामना करना पड़ता है. क्या खायें और क्यों खायेंइस मौसम में अनार, सेब और मौसमी जैसे फल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं क्योंकि इनमें जिंक और विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है. इसके अलावा अंडा, दाल और सोयाबीन का भी सेवन करना चाहिए. शरीर में पानी की मात्रा हर हाल में बना रहना चाहिए. गुनगुना पानी हमेशा लाभप्रद होता है. फिजिशियन डा उमेश कुमार के अनुसार गरमा गरम सूप और लहसून काफी लाभप्रद होता है. सूप से शरीर को एनर्जी मिलती है तो लहसून एंटी ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है. जोड़ों का दर्द होता है कष्टकर जो बुजुर्ग जोड़ों के दर्द के मरीज होते हैं उनके लिए सर्दी का मौसम बेहद कष्टकर होता है. हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डा एम एम हक के अनुसार दरअसल सर्दी के आरंभिक दौर में जोड़ों में कड़ापन आ जाता है. उसके बाद शीतलहर के समय इन जोड़ों में दर्द बढ़ जाता है. स्थिति यह हो जाती है कि मरीज का उठना-बैठना भी मुश्किल हो जाता है. क्या खाएं और क्यों खाएं जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने के लिए विटामिन बी आवश्यक होता है जो मछली, सोयाबीन, संतरा और दाल में पाया जाता है. जबकि विटामिन ई युक्त भोजन साग, अखरोट और बादाम के सेवन से हड्डी के जोड़ों में चिकनाई बनी रहती है. इसके अलावा धूप का सेवन रामबाण साबित होता है.हृदय रोगी के लिए मुश्किल भरा वक्त सर्दी का मौसम हृदय रोगियों के लिए सबसे कठिन समय होता है. ठंड के मौसम में रक्त नालिकाओं के सिकुड़ने की वजह से खून का प्रवाह समुचित रूप से नहीं हो पाता है जिससे हृदयाघात होता है. डा वी एन विश्वास के अनुसार ‘ खास कर सुबह दो बजे से छह बजे के बीच छाती में होने वाला दर्द हार्ट अटैक हो सकता है’. क्या खाएं और क्यों खाएं हृदय रोगियों के लिए फाइबर युक्त भोजन हमेशा लाभप्रद होते हैं. यह रक्त दाब को नियंत्रित करता है. अदरक का सेवन भी लाभप्रद है क्योंकि इससे रक्त पतला होता है और खून का थक्का बनने की आशंका कम हो जाती है. जबकि अखरोट और सोयाबीन कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करता है. अस्थमा होता है कष्टप्रद अस्थमा श्वास संबंधी रोग है. इसमें सांस की नली में सूजन आने से वह सिकुड़ जाता है जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है. अस्थमा रोगियों को हार्ट अटैक का भी खतरा बना रहता है. ठंड मौसम में सर्द हवा के कारण अस्थमा का दौरा अधिक पड़ता है. क्या खाएं और क्यों खाएं दूध और उससे जुड़े उत्पाद अस्थमा रोगियों के लिए नुकसानदेह होते हैं. क्योंकि यह फेफड़ों मेंं म्यूकस के निर्माण को बढ़ाता है जो अस्थमा की परेशानी को बढ़ाता है. शहद का सेवन अस्थमा रोगियों के लिए वरदान है. इसके अलावा विटामिन ई युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मूंगफली और सेब तथा अंकुरित अनाज भी अस्थमा रोगियों के लिए लाभप्रद है. फोटो: 22 पूर्णिया 2-टमाटर 3-गाजर 4-संतरा 5-अंडा
आयी सर्दी, खान-पान में बरते सावधानी
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