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भक्ति के बिना मुक्ति असंभव : संत

भक्ति के बिना मुक्ति असंभव : संत बीकोठी. प्रखंड स्थित गौरीपुर पंचायत के संतमत आश्रम भरना में प्रखंड स्तरीय मासिक सत्संग का आयोजन किया गया. सत्संग का प्रारंभ रामचरित्र मानस के अरण्य कांड पाठ राम-शबरी संवाद से किया गया. सत्संग में मधुसूदन बाबा, स्वामी त्रिवेणी बाबा, उपासनानंद श्री महाराज, रामलाल ब्रह्मचारी एवं शंभु बाबा द्वारा […]

भक्ति के बिना मुक्ति असंभव : संत बीकोठी. प्रखंड स्थित गौरीपुर पंचायत के संतमत आश्रम भरना में प्रखंड स्तरीय मासिक सत्संग का आयोजन किया गया. सत्संग का प्रारंभ रामचरित्र मानस के अरण्य कांड पाठ राम-शबरी संवाद से किया गया. सत्संग में मधुसूदन बाबा, स्वामी त्रिवेणी बाबा, उपासनानंद श्री महाराज, रामलाल ब्रह्मचारी एवं शंभु बाबा द्वारा भक्ति विषय पर व्यापक रूप से व्याख्या की गयी. संत ने बताया कि बिना सत्संग में आये भक्ति नहीं मिल सकती है और बिना भक्ति किये मुक्ति नहीं मिल सकती है. सत्संग में सुनने के बाद ,उसका मनन करना चाहिए. अगर मनन नहीं किया गया तो प्रेरणा नहीं मिलेगी. मनन करने से प्रेरणा का प्रादुर्भाव होता है.मन साधना द्वारा मन की एकाग्रता संभव है. इसके लिए अभ्यास करना जरूरी है. नित्य अभ्यास और वैराग्य से मन बस में होगा. इसके लिए मानस जाप जरूरी है. रामलाल ब्रह्मचारी ने कहा कि पंचपाप व्यभिचार, चोरी, नशा, हिंसा और झूठ जैसे पंच पापों से बचना चाहिए. भक्ति के लिए सदाचार की आवश्यकता है बिना सदाचार के भक्ति संभव नहीं है. इंद्रियों का दमन करो, दृष्टियोग की साधना करो, मन को एकाग्र कर अटल विश्वास कर एक की भक्ति ही मुक्ति धाम का दरवाजा खोल देगा. इस सत्संग में पूरे प्रखंड के सत्संग प्रेमी आकर सत्संग रूपी गंगा में पूरे प्रखंड के सत्संग प्रेमी आकर सत्संग रूपी गंगा में डुबकी लगाते रहे. संत समागम से पूरा माहौल भक्ति मय बना रहा. आयोजन को सफल बनाने हेतु ग्रामीण रवींद्र शर्मा, अर्जुन शर्मा, प्रमोद पांडेय, रघुवीर मंडल, कुलो पासवान, उपेंद्र जायसवाल आदि का सराहनीय सहयोग रहा. फोटो: 20 पूर्णिया 10,11परिचय-10-सत्संग देते बाबा11-सुनते श्रद्धालु

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