जलालगढ़ : फसल अच्छी नहीं होने से युवा किसान की मौत के बाद अधिकारियों का एक दल मृतक किसान के खेत का दौरा किया. गौरतलब है कि प्रखंड क्षेत्र के चक पंचायत अंतर्गत महियारपुर गाँव के मृतक युवा किसान मिथिलेश यादव ने शुक्रवार को एक बोतल कीटनाशक दवाई पी ली थी.
परिजनों ने मिथिलेश को इलाज के लिये पूर्णिया सदर अस्पताल ले जा रहा था रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी थी. इस घटना की खबर प्रभात खबर में छपने के बाद रविवार को जिला उद्दान पदाधिकारी राकेश कुमार, जिला पौधा संरक्षक पदाधिकारी सतीश कुमार, बीडीओ जगत नारायण मिश्र, सीओ मो फहीमुद्दीन अंसारी, थानाध्यक्ष अकमल हुसैन, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी राकेश मिश्र, प्रखण्ड आत्मा अध्यक्ष नवकिशोर विश्वास, एसएमएस सुबंस प्रसाद, पंकज कुमार, कृषक सलाहकार गौरव कुमार, रवि भारती, दिलीप, वरुण आदि मृतक के खेत का जायजा लिया.
जिसमे आलू और मक्का के खेत में लगभग 45 प्रतिशत पौधा नहीं था. जिला उद्यान पदाधिकारी श्री कुमार ने बताया कि तीन से पाँच वैज्ञानिकों की एक टीम का गठन किया जायेगा. जिसमें बीज वैज्ञानिक, पौधा वैज्ञानिक, कीट वैज्ञानिक, मृदा वैज्ञानिक होंगे. इन वैज्ञानिकों द्वारा क्षेत्र में किसानों के फसलों मृदा आदि की जाँच करेंगे. श्री कुमार ने बताया कि कीटनाशक और बीज की जाँच की जायेगी. जिसमें नकली कीटनाशक और बीज की पाये जाने पर करोबार पर सख्त कार्यवाही की जायेगी.
इन अधिकारीयों को महियारपुर के दर्जनों किसानो ने कमोबेश मृतक के खेत जैसी स्थिति की बात को बताया. जिस पर अधिकारीयों ने किसानों से कहा कि जलन्धर(पंजाब) से आलू के बीज लाते हैं उसकी पेपर की मांग किये. मगर किसानों के पास इसकी कोई पेपर नहीं होने की बात अधिकारियों को दिया. ज्ञात हो कि इस क्षेत्रके अधिकांश बड़े किसान आलू बीज के लिये जलन्धर ही जातें हैं. मृतक ने भी आलू का बीज जलन्धर से लाया था.
वहीं मृतक युवा किसान ने डिकाल्ड 9120 मक्का सात बीघा में लगाया था जिसमें 45 प्रतिशत पौधे नहीं उगे हैं. अधिकारीयों मक्का के खाली पैकेट तथा आलू के कुछ पौधे को सेम्पल के लिये लेकर गए. किसानों द्वारा अधिकारियों को बताया गया किसान का जीवन जुआ में हारे जुआरी जैसी हो गयी है. पिछले चार वर्षों से लगातार किसान को प्रत्येक फसल में कभी मौसम, कभी बीज तो कभी उर्वरक का मार झेलना पड़ता है.
मौके पर किसानो में स्थानीय कुलदीप यादव, बैजू यादव, वरुण विश्वास, सुधीर यादव, ललन यादव, विक्रम आदि किसान मौजूद थे. जानकारी के अनुसार इन क्षेत्रों में आलू और मक्का के फसलों की यही स्थिति बनी हुई है. अधिकारीयों को महियारपुर गाँव बुलाने में प्रखण्ड आत्मा अध्यक्ष नवकिशोर विश्वास का काफी प्रयास रहा.
( मृतक के घर अधिकारी किसानो से बात करते)-मृतक किसान के घर छाया मातम जलालगढ़त्र क्षेत्र के महियारपुर गाँव में कुलदीप यादव का लड़का युवा किसान मिथिलेश यादव(30) की आत्महत्या के बाद घर में मातम छाया हुआ है.
मृतक युवा किसान आलू और मक्का की खेती के लिये केसीसी कराया था. मृतक के पिता के नाम से बैंक से करीब डेढ़ लाख तथा घर के सारे जमा पूंजी को मिथिलेश ने खेती में लगा दिया था. मृतक के परिजनों ने बताया कि फसलों की उपज व अंकुरण अच्छी नहीं होने से शुक्रवार को आलू में देने वाली कीटनाशक दवाई पीकर आत्महत्या कर लिया.
मृतक की माँ बताया कि जब वह दवाई पिया तो मुझे बताया यही बात मृतक की पत्नी ने बताया कि मुझे मोबाईल पर बताया. जिसके बाद घर वाले डॉक्टर के पास ले जा रहे थे कि रास्ते में ही दम तोड़ दिया. परिजनों के साथ साथ ग्रामीणों ने बताया कि फसलों की उपज नहीं होने से वह मानसिक रूप से टूट चूका था तथा वह तनाव में रहने लगा था.
परिजनों ने बताया कि कीटनाशक पिने के बाद मिथिलेश ने बताया था कि अब बैंक को कर्ज कहाँ से देंगें. घर का सारा पूंजी भी इसी में बर्बाद हो गयी. दो भाइयों में मृतक किसान भाई में बड़ा था जिसका छोटा भाई यही कहकर रोने लगता है कि भैया के नहीं रहने से मैं कैसे खेती को संभालूंगा. वहीं मृतक की माँ और पत्नी रोते रोते बेहोश हो जाती है.
बताया जाता है कि मृतक किसान जब कीटनाशक पिया था उसकी पत्नी अपनी मायके में थी. जिसकी शादी डेढ़ वर्ष पूर्व हुई थी. किसान के आत्महत्या की खबर से क्षेत्र का माहौल गमगीन बना हुआ है.
शोकाकुल मृतक किसान का परिजन 48-मृतक किसान मिथिलेश यादव की फाइल फोटो 49-मृतक किसान के घर पूछताछ करते अधिकारी 50-मृतक किसान के खेत में लगी आलू की फसल