रोजगार व शिक्षा दिलाने वाला जनप्रतिनिधि चाहिए
मीरगंज : विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया आरंभ है तो लोगों के बीच अब राजनीतिक चर्चाएं भी आम हो गयी है.जनप्रतिनिधि कैसा हो और उनके लिए क्या है मुद्दे, इस पर भी अब चर्चा होने लगी है.
धमदाहा अनुमंडल के इस इलाके में हालात पहले से बेहतर हुए हैं, लेकिन आज भी समस्याएं बरकरार है. ऐसे में प्रभात खबर ने रायशुमारी कर जानना चाहा कि स्थानीय मतदाताओं के मुद्दे क्या होंगे और उनका जनप्रतिनिधि कैसा होगा.
इस मुद्दे में खासकर उन मतदाताओं से बातचीत की गयी, जो पहली बार मतदान करेंगे. 1. युवा मतदाता रोशन कुमार ने कहा कि आज भी हमारा इलाका शिक्षा के मामले में पिछड़ा हुआ है. यहां सरकारी कॉलेज नहीं हैं तो लड़कियों के लिए हाइस्कूल की भी कमी है. शिक्षा स्वस्थ लोकतंत्र की पहली पहचान है.
ऐसे में शिक्षा ही हमारा चुनावी मुद्दा है और शिक्षा के क्षेत्र में पहल करने वाले लोग ही हमारे जनप्रतिनिधि होंगे. 2. बरकोना के युवा मतदाता बबलू कुमार ने कहा कि क्षेत्र में प्लस टू विद्यालय नहीं होने के कारण यहां के छात्रों को करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित विद्यालय जाना पड़ता है. इस वजह से गरीब छात्र पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं.
शिक्षा का संबंध रोजगार से है. ऐसे में हमारा जनप्रतिनिधि वही होगा जो शिक्षा की समस्याओं को दूर कर सके. 3. युवा विनोद कुमार ने बताया कि हमारी चिर प्रतीक्षित मांग मीरगंज को प्रखंड बनाने की है.
प्रखंड के लिए जो न्यूनतम अहर्ता होनी चाहिए वह पूरी होती है. बावजूद प्रखंड का दर्जा नहीं मिलना आश्चर्यजनक है. हमें प्रखंड का दर्जा दिलाने वाला जनप्रतिनिधि चाहिए. 4. युवा मतदाता मणिकांत की मानें तो इस क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार की कमी है.
रोजगार की तलाश में लोग दिल्ली, पंजाब और हरियाणा जाते हैं. हमें ऐसा नेता चाहिए जो पलायन रोकने में मदद करे. 5. रूपसपुर के कुणाल चौधरी ने बताया कि प्रखंड की मांग 15 वर्षों से की जा रही है.
लेकिन आज तक सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा है. यहां से प्रखंड मुख्यालय की दूरी 15 किलोमीटर है. इस वजह से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. जो प्रत्याशी प्रखंड का दर्जा दिलाने का वादा करेगा, वही हमारे वोट का अधिकारी होगा. 6. युवा मुनचुन कुमार ने कहा कि इस इलाके में कृषि के बेहतर उत्पादन होते हैं.
केला और मक्का की खेती के लिए यह इलाका जाना जाता है. बावजूद रोजगार के लिए यहां से पलायन होता है. कृषि आधारित उद्योग लगा कर पलायन को रोका जा सकता है. हमें गांव में ही रोजगार दिलाने वाला जनप्रतिनिधि चाहिए. फोटो:- 12 पूर्णिया 35 से 40परिचय:- 35- रोशन कुमार36- बबलू कुमार37- विनोद कुमार 38- मणिकांत 39- कुणाल चौधरी40- मुनचुन कुमार