अल्ट्रासाउंड:आधा दर्जन रेडियोलॉजिस्ट कर रहे हैं दर्जनों सेंटर में रिपोर्टिंगपूर्णिया. पीएनडीटी एक्ट पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से बड़े-बड़े सेमिनारों का आयोजन कर एक्ट के पालन की दिशा में कवायद तो की जाती है, लेकिन हकीकत यह है कि स्वास्थ्य विभाग अल्ट्रासाउंड सेंटरों को लेकर कभी भी गंभीर नहीं दिखा. नतीजतन दर्जनों अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर शहर में धड़ल्ले से चल रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि जिला मुख्यालय में दर्जनों अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं, लेकिन केवल आधा दर्जन रेडियोलॉजिस्ट ही यहां मौजूद हैं. जाहिर है अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट किस तरह और किस स्तर की होती होगी सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है. बावजूद स्वास्थ्य विभाग पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुआ है. स्वास्थ्य विभाग ने की थी कार्रवाईगौरतलब है कि पूर्व में अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर नकेल कसने के उद्देश्य से छापेमारी की गयी थी. इस छापेमारी में कई सेंटरों को बंद कराया गया था. इसमें से दो अल्ट्रासाउंड सेंटरों का मामला कोर्ट में भी गया था. इस बीच संचालकों के प्रति स्वास्थ्य विभाग नरम रुख अपनाते हुए तमाम एमबीबीएस को फीटर करने का आदेश दिया था. बाद में ऐसे भी अल्ट्रा साउंड सेंटर खुलते चले गये,जो सेंटर चलाने के किसी भी शर्त को पूरा नहीं करने पर सील कर दिये गये थे. इतना ही नहीं जिन अल्ट्रा साउंड सेंटरों को फीटर करने का आदेश मिला था, सभी अल्ट्रासाउंड सेंटर बेधड़क हो कर होल एबडोमेन अल्ट्रा साउंड करने लगे हैं. जानकारों की मानें तो कुछ दिनों तक तो इन सेंटरों में ताला लटका रहा और फिर बाद में सब कुछ मैनेज हो गया. इसकी वजह यह है कि शहर में मेडिकल पेशे में माफियाओं का गिरोह सक्रिय है, जिनका काम सिस्टम को मैनेज करना है. आधा दर्जन रेडियोलॉजिस्ट यहां उल्लेखनीय है कि पूर्णिया में मात्र आधा दर्जन रेडियो लॉजिस्ट हैं. जबकि लाईन बाजार में तीन दर्जन से भी अधिक अल्ट्रा साउंड सेंटर संचालित हैं. वे स्वास्थ्य विभाग की सलाह का कहां तक पालन कर पायेगें,यह एक बडा सवाल है. सवाल यह भी है कि क्या स्वास्थ्य विभाग की सलाह एवं आदेशों के अनुपालन की दिशा में शेष अल्ट्रा साउंड सेंटरों पर कानून सम्मत कार्रवाई की जायेगी. शहर में अब सड़क छाप तकनीशियन भी अपना सेंटर खोल कर मरीजों का अल्ट्रासाउंड कर रहे हैं और रिपोर्ट भी खुद तैयार कर मरीजों को सौंप रहे हैं. ऐसे में अब यह सवाल खड़ा होता है उक्त रिपोर्ट के आधार पर मरीजों का इलाज करना क्या खतरे से खाली नहीं होगा. पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग मौन है. गरीब मरीजों की गाढ़ी कमाई सरेआम लूटी जा रही है. कहते हैं अधिकारीपीएनडीटी एक्ट के तहत टीम गठित कर अल्ट्रासाउंड की जांच की जायेगी. जांच में जो तकनीकी रूप से फरजी पाया जायेगा, उस पर कार्रवाई होगी. डा एमएम वसीम, सिविल सर्जन, पूर्णिया फोटो:-07 पूर्णिया 07परिचय:- अल्ट्रासाउंड करते रेडियोलॉजिस्ट
अल्ट्रासाउंड:आधा दर्जन रेडियोलॉजस्टि कर रहे हैं दर्जनों सेंटर में रिपोर्टिंग
अल्ट्रासाउंड:आधा दर्जन रेडियोलॉजिस्ट कर रहे हैं दर्जनों सेंटर में रिपोर्टिंगपूर्णिया. पीएनडीटी एक्ट पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से बड़े-बड़े सेमिनारों का आयोजन कर एक्ट के पालन की दिशा में कवायद तो की जाती है, लेकिन हकीकत यह है कि स्वास्थ्य विभाग अल्ट्रासाउंड सेंटरों को लेकर कभी भी गंभीर नहीं दिखा. नतीजतन दर्जनों अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर […]
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