प्रतिनिधि : पूर्णिया तपती गरमी के बाद फिर मानसून की बारिश से लोग राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन रुक-रुक कर हो रही बारिश ने शहर की सूरत बिगाड़ कर रख दी है.
शहर में जगह-जगह कचरा एवं जलजमाव की समस्या नगर निगम की कार्यप्रणाली का पोल खोलने के लिए काफी है. लोग गंदगी एवं कचरों के बीच नारकीय जीवन जीने को विवश हैं वहीं अधिकारी चुनाव में व्यस्त हैं. मालूम हो कि आगामी पांच नवंबर को पूर्णिया विधान सभा चुनाव होना है.
इसका असर नगर निगम पर भी दिखने लगा है. हालात यह है कि गली-मुहल्लों की सफाई और नागरिक सुविधा की निगरानी रखने वाले अधिकारी इस काम में कम चुनावी काम में ज्यादा व्यस्त दिख रहे हैं. शहर में सफाई व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ने लगी है.
एक तो सफाई व्यवस्था, कचरा निस्तारण की धीमी गति और ऊपर से पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से शहर के गलियों और मुहल्लों में बिखरे कचरे से दुर्गंध निकलने लगी है.