मंगलवार की रात रुक -रुक कर और बुधवार को दिन में सावन झूम कर बरसा. पूरे महीने लगातार तेज गरमी से परेशान लोगों ने राहत की सांस ली तो किसानों के चेहरे भी खिल उठे. कुल मिला कर सावन की बारिश सबों को सुखद एहसास दे गयी. दरअसल सावन के महीने में जेठ की गरमी का एहसास लगातार लोगों को हो रहा था.
प्रत्येक दिन शहर का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस को पार कर जा रहा था. बुधवार की बारिश से कुछ राहत मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है. हालांकि मौसम विभाग द्वारा पूर्व में बिहार में भारी बारिश के अनुमान लगाये गये थे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. सबसे अधिक खुशी किसानों ने महसूस की. दरअसल पानी के अभाव में खेत में लगी धान की फसल मुरझाने लगी थी. इस बारिश के बाद धान को नयी ऊर्जा मिलने की उम्मीद है.