पूर्णिया: लोजपा जिलाध्यक्ष माधव सिंह ने कहा है कि तूफान पीड़ित एवं आपदा कार्यो में मुखिया, सरपंच, प्रमुख एवं जिला परिषद के सदस्यों को दरकिनार कर दिया गया है.
जनप्रतिनिधियों को सिर्फ खानापूर्ति के लिए सरकारी बैठक में बुलाया जाता है. उनकी एक भी बातें जिला प्रशासन नहीं सुनता है. जिले में वन मैन शो चल रहा है. मंत्री से संतरी तक एक ही विधानसभा क्षेत्र में आपदा कार्य में लगे हैं. फिर भी अधिकांश तूफान पीड़ित को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है. इसके कारण मीरगंज और केनगर प्रखंड के तूफान पीड़ितों को उग्र प्रदर्शन करना पड़ रहा है.
सूबे के मंत्री का दलित विरोधी चेहरा अब जनता के सामने आ गया है. मजरा पंचायत के महादलित मृतक एतवारी ऋषि के परिजन को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है. केनगर प्रखंड के बनियापट्टी पासवान महलदार टोल, कोहबारा पंचायत सहित सैकड़ों दलित महादलित तूफान पीड़ित आज भी मुआवजा के लिए भटक रहे हैं. मंत्री जी के आदेश से पक्का मकान वाले को मुआवजा मिला, लेकिन जिसके घर पर छप्पड़ नहीं हैं उसे मुआवजा नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि लोजपा तूफान पीड़ितों को मुआवजा एवं पंचायती राज्य के जनप्रतिनिधियों के मान-सम्मान के सवालों को आगामी चार जून को श्रीनगर प्रखंड के जगैली में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में उठायेगी.