पूर्णिया : बिहार राज्य पथ परिवहन निगम का पूर्णिया डिपो अब सिर्फ अनुबंधित बसों के सहारे सांस खींच रहा है. निगम की अपनी सिर्फ छह बसें ही बची हैं. जो दो मार्ग भागलपुर और बनमनखी रूट पर चल रही है.
जबकि निगम से अनुबंधित 35 बसें फिलहाल भागलपुर और पटना मार्ग पर दौड़ रही है. इनमें 27 बस पूर्णिया-भागलपुर और 8 बस पूर्णिया-पटना मार्ग पर चल रही है. यह अलग बात है कि अनुबंधित बसों से निगम को प्रति माह लगभग पांच लाख रुपये की आमदनी होती है. इसके एवज में निगम की ओर से रोड परमिट और बस स्टैंड की सुविधा मुहैया करायी जाती है.
2004 में मिली 22 गाड़ी
निगम की ओर से पूर्णिया डिपो को वर्ष 2004 में 22 नयी गाड़ी दी गयी थी, जो विभिन्न मार्गो पर चलती थी. इसमें फिलहाल छह गाड़ी ही चल रही है. इसमें पांच गाड़ी पूर्णिया-भागलपुर मार्ग पर और एक गाड़ी पूर्णिया-बनमनखी मार्ग पर चल रही है. वहीं पूर्णिया-पटना मार्ग पर चलने वाली गाड़ी बंद हो गयी.
होगी 20 गाड़ी की नीलामी
निगम के पूर्णिया डिपो में दस वर्ष या पांच लाख किमी चली गाड़ियों की निलामी होगी. जिसके बाद नयी गाड़ियों के मिलने की उम्मीद है.
टाइमिंग पर बस मालिकों का कब्जा : निगम की अपनी बसों के लिए पहले पूर्णिया-भागलपुर मार्ग पर सुबह की समय सारणी निर्धारित थी. जो पिक आवर होता था और यात्री भी अधिक होते थे, लेकिन राज्य मुख्यालय द्वारा वह टाइमिंग अनुबंधित बस मालिकों को दे दी गयी. जिस कारण निगम की बसें घाटा में चलने लगी.
निगम के रंग रोगन पर दौड़ रही निजी गाड़ी : कई निजी बसें सरकारी बसों की तरह रंग रोगन कराकर निजी परमिट पर पूर्णिया-खगड़िया और पूर्णिया-भागलपुर मार्ग पर दौड़ रही है. जिस कारण निगम को प्रतिदिन लाखों का नुकसान हो रहा है.
सर्टिफिकेट केस के बाद भी परिचालन जारी : निगम के सूत्रों की मानें तो कुछ अनुबंधित बसों पर निगम का लाखों बकाया के कारण सर्टिफिकेट केस के बावजूद न सिर्फ उसका परिचालन जारी है बल्कि नयी गाड़ी का परमिट भी निर्गत हो रहा है.