पूर्णिया : कहते हैं कि ऊंट को अपनी हैसियत का अंदाज तब होता है जब वह पहाड़ के नीचे पहुंचता है. व्यवसायियों के बीच आतंक का पर्याय बन चुके बिट्टू सिंह की कहानी भी उसी ऊंट से मिलती जुलती है. पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा की विशेष रणनीति और दबिश की वजह से पहाड़ के नीचे आने वाले बिट्टू सिंह रिमांड पर पुलिसिया पूछताछ में बर्फ की तरह पिघलता चला गया और उसने उस हर सवाल का जवाब दिया जो पुलिस जानना चाहती थी. एसपी ने बताया कि बिट्टू सिंह महज एक मामूली अपराधी है. लोग जितना बड़ा अपराधी उसे समझते हैं, दरअसल वह उतनी हैसियत वाला नहीं है.
एसपी ने बताया कि बिट्टू ने स्वयं कहा कि वह उतना बड़ा अपराधी नहीं है जितना उसे समझा जा रहा है. यह अलग बात है कि महज नाम पर ही उसे प्रति माह लाखों रुपये की कमाई हो रही थी. बिट्टू ने माना कि उसे स्थायी रूप से बस पड़ाव से और सरसी स्थित रैक प्वाइंट से मासिक रंगदारी मिल रही थी. इसके अलावा जमीन का दखल करने के कारोबार में भी उसने अच्छी खासी संपत्ति अर्जित की है. सूत्रों की माने तो बिट्टू ने कुछ सफेदपोश संरक्षकों के नाम का भी खुलासा किया है.