पूर्णिया : बीते एक सप्ताह से भीषण गर्मी की वजह से जिलेवासी परेशान थे. तपती धूप और गर्मी की वजह से लोग घरों से निकलने में परेशानी महसूस कर रहे थे. हालांकि इस वजह से एसी, पंखा और कूलर का बाजार तो गर्म रहा, लेकिन आम लोगों की परेशानी नहीं थम रही थी. मौसम का मिजाज शुक्रवार की रात से बदलता नजर आया और शनिवार को दोपहर होते-होते अचानक बदल गया.
तेज हवा के साथ बारिश हुई और मौसम सुहाना हो गया. वहीं रविवार की सुबह भी तेज बौछारें पड़ी और कुछ देर के लिए तो दिन में ही रात जैसा दृश्य उत्पन्न हो गया. अगले 48 घंटे तक मौसम के सुहाना होने की संभावना जतायी जा रही है. वहीं यह बारिश किसानों को राहत के साथ-साथ परेशानी दे गयी. खास कर ऐसे किसान जो मक्का की फसल तैयार करने में जुटे हुए थे उन्हें निराशा हाथ लगी है. जबकि अन्य मामले में उन्हें फायदा ही हासिल हुआ है.
किसानों को नुकसान कम, फायदा अधिक
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार शनिवार और रविवार को भी बारिश किसानों के लिए अमृत के समान है. खासकर मखाना, सब्जी, केला, मिर्च और फलों के लिए यह लाभदायक है. इस बारिश से फलों के आकार में वृद्धि होगी और जो फल खास कर आम गिर रहे थे उस पर अंकुश लग सकेगा. जो मक्का अभी खेत में लगी हुई है उस पौधे को इस बारिश से लाभ होगा. जबकि जो मक्का कटने के लिए तैयार है और जो काट कर तैयार किया जा रहा है वैसे किसानों के लिए थोड़ा नुकसानदेह है. हालांकि कुल मिला कर इस बारिश से खेत को फायदा होगा. बारिश की वजह से पौधे की धुलाई हुई है इससे पौधे अपना भोजन अच्छी तरह से कर सकते हैं. कृषि विज्ञान केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डा एपी सिंह के अनुसार कुल मिला कर सभी फसल को इस बारिश से लाभ ही होगा.
48 घंटे तक मौसम रह सकता है खुशगवार
पूर्णिया को मिनी दार्जिलिंग भी कहा जाता है. ऐसा इसलिए कि यहां जब भी गर्मी बढ़ती है तो बारिश हो जाती है. लेकिन मिनी दार्जिलिंग के लोग बीते एक सप्ताह से गर्मी के कारण बेहाल थे. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तो बिजली की स्थिति दयनीय थी ही शहर के भी लोग बिजली की लुकाछिपी से परेशान थे. ऐसे में तापमान का 34 डिग्री सेल्सियस से 36 डिग्री सेल्सियस के इर्दगिर्द रहना गर्मी के एहसास को और भी बढ़ा रहा था. अब जबकि शनिवार और रविवार को बारिश हुई है तो मौसम सुहाना हो गया और आनेवाले 48 घंटे तक गर्मी से राहत मिलते रहने की संभावना जतायी जा रही है.