-लोगों ने नीतीश को चोर समझ कर पकड़ा व किया पुलिस के हवाले
पूर्णियाः एक युवक की पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई का मामला प्रकाश में आया है. उक्त युवक का नाम नीतीश कुमार बताया गया है. वह मूल रूप से भवानीपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है. नीतीश 17 फरवरी को आयोजित इंटर की परीक्षा देने के बाद रामबाग में रह रहा था.
बताया जाता है कि पिछले 30 अप्रैल को देर रात रामबाग रेलवे गुमटी के निकट रह रहे वीरेंद्र विश्वास व उनकी पत्नी सीता देवी को अपने किराना दुकान में चोर के घुसने की आहट हुई. इस पर कुछ लोगों के साथ चोर-चोर का शोर मचाते हुए दोनों आगे बढ़े. इसी दौरान उसी जगह नीतीश कुमार लघुशंका हेतु अपने कमरे से बाहर निकला. इतने में भीड़ ने नीतीश को ही चोर समझ कर पकड़ लिया व सदर थाना पुलिस के हवाले कर दिया.
जहां पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर नीतीश की बेरहमी से पिटाई की. उसने पैर व कमर पर लाठियों से गंभीर प्रहार करने का आरोप पुलिस पर लगाया है. छह दिन जेल में रहने के बाद नीतीश को न्यायालय से जमानत मिली. फिलहाल उसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. घटना के संबंध में नीतीश के पिता राधे कुमार चौहान ने बताया कि बगैर कोई प्रमाण के उसके लड़के को चोर साबित कर दिया व पुलिस ने बेरहमी से पीटा. नीतीश की मां पिंकी देवी ने कहा कि उसका बेटा इंटर की परीक्षा देने के बाद रामबाग में ही रह रहा था.
पुलिस ने उसके बेटे की एक न सुनी. वहीं फूट-फूट कर रो रहे नीतीश ने कहा कि उसने अपनी खता जानने के लिए पुलिस से काफी विनती की परंतु लाठियों से उसके घुटने व कमर पर प्रहार किया जाता रहा. सनद रहे कि नीतीश भवानीपुर थानान्तर्गत दरगाहा के निवासी हैं. रामबाग स्थित घर पर नीतीश अकेले रह रहा था. इधर थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया कि लोगों ने उसे रंगे हाथों पकड़ा था.