छात्रों ने कहा, नौकरी के लिए किया था आइटीआइ का कोर्स
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आइटीआइ की अनिवार्यता के समाप्त होने पर जताया विरोध
छात्रों ने कहा, नौकरी के लिए किया था आइटीआइ का कोर्स सरकार हम छात्रों के साथ कर रही भेदभाव पूर्णिया : केंद्र सरकार द्वारा रेलवे के ग्रुप डी के पदों के लिए आइटीआइ की अनिवार्यता समाप्त किये जाने के विरोध में शुक्रवार को जिला मुख्यालय में भी आइटीआइ के छात्र सड़कों पर उतरे. आक्रोशित छात्रों […]
सरकार हम छात्रों के साथ कर रही भेदभाव
पूर्णिया : केंद्र सरकार द्वारा रेलवे के ग्रुप डी के पदों के लिए आइटीआइ की अनिवार्यता समाप्त किये जाने के विरोध में शुक्रवार को जिला मुख्यालय में भी आइटीआइ के छात्र सड़कों पर उतरे. आक्रोशित छात्रों ने गिरजा चौक से लेकर आरएन साह चौक तक दो घंटे तक सड़क जाम कर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की.
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि सरकार ने रेलवे ग्रुप डी की बहाली में आइटीआइ को अनिवार्य नहीं कर उनका भविष्य अंधकार में चला गया है. छात्र इस आदेश की वापसी की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि वे 2 वर्षों तक आइटीआइ की पढ़ाई इसलिए करते हैं कि उनकी नौकरी रेलवे में हो जायेगी और तीन-चार साल से रेलवे में नौकरी के लिए इंतजार भी कर रहे थे. जब सरकार ने नौकरी के लिए विज्ञापन जारी किया तो उसमें आइटीआइ की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है.
कहा कि आइटीआइ पास को मैट्रिक के समकक्ष बना देना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं हैं. अब ऐसी स्थिति में आइटीआइ की पढ़ाई करने का भी कोई आकर्षण नहीं रह जायेगा. छात्रों का कहना था कि यह काला आदेश वापस नहीं लिया गया तो पूरे सूबे के आइटीआइ छात्र सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे. बाद में स्थानीय पुलिस ने काफी समझाने-बुझाने के बाद जाम को समाप्त कराया. विरोध प्रदर्शन में पूर्णिया के अलावा अररिया, किशनगंज और मधेपुरा के आइटीआइ उत्तीर्ण छात्रों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर धीरज कुमार,सोनू कुमार, गौतम कुमार, मुकुंद सहनी आदि मौजूद थे.
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