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बिहार का चप्पा-चप्पा इतिहास सांस्कृतिक विरासत की धरती
तीन दिवसीय युवा उत्सव के उद्घाटन पर बोले राज्यपाल पूर्णिया : बिहार का चप्पा-चप्पा इतिहास से भरा हुआ है. यह राज्य नहीं तीर्थ स्थली रही है. यह चाणक्य, आर्यभट्ट, महावीर और बुद्ध की धरती रही है. इस धरती पर आकर वे खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. यह प्रदेश सांस्कृतिक विरासत की धरती है. […]
तीन दिवसीय युवा उत्सव के उद्घाटन पर बोले राज्यपाल
पूर्णिया : बिहार का चप्पा-चप्पा इतिहास से भरा हुआ है. यह राज्य नहीं तीर्थ स्थली रही है. यह चाणक्य, आर्यभट्ट, महावीर और बुद्ध की धरती रही है. इस धरती पर आकर वे खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
यह प्रदेश सांस्कृतिक विरासत की धरती है. उक्त बातें राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को रंगभूमि मैदान स्थित इंदिरा गांधी स्टेडियम में राज्यस्तरीय तीन दिवसीय युवा उत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहीं.
राज्यपाल ने चंद्रगुप्त, वराहमिहिर, मंडन मिश्र, राजेंद्र प्रसाद, जय प्रकाश, कर्पूरी ठाकुर, राष्ट्रकवि दिनकर और फणीश्वर नाथ रेणु को याद करते हुए कहा कि बिहार ने हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार के युवाओं ने कला और संस्कृति के क्षेत्र में भी ऊंचाई हासिल किया है.
विश्वविद्यालय में पढ़ाई अगले सत्र से : सुशील
पूर्णिया : बिहार हमेशा से पावन धरती रही है. जैन, बौद्ध एवं सिख गुरुओं की यह ज्ञान स्थली रही है. हमारी विरासत और हमारी संस्कृति ही हमारी पूंजी रही है, जो हमेशा से समृद्ध रही है.
उक्त बातें उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने युवा महोत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहीं. श्री अगले शैक्षणिक सत्र से निश्चित तौर पर पूर्णिया विश्वविद्यालय आरंभ हो जायेगा. विश्वविद्यालय के लिए कुलपति और प्रतिकुलपति की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है.
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