किसी ने रोड कुरेद दी या सड़क पर की है बमबारी, पता ही नहीं चलता
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किसी ने रोड कुरेद दी या सड़क पर की है बमबारी, पता ही नहीं चलता
किसी ने रोड कुरेद दी या सड़क पर की है बमबारी, पता ही नहीं चलता इंडो-नेपाल बाॅर्डर पर अवस्थित पूर्णिया प्रमंडल के पूर्णिया शहर की अंदर की सड़कें काफी खराब स्थिति में हैं. सड़कों का विकास काफी धीमा है. ऐसा लगता है मानों यहां आकर किसी ने रोड को कुरेद दिया है या फिर बमबारी […]
इंडो-नेपाल बाॅर्डर पर अवस्थित पूर्णिया प्रमंडल के पूर्णिया शहर की अंदर की सड़कें काफी खराब स्थिति में हैं. सड़कों का विकास काफी धीमा है. ऐसा लगता है मानों यहां आकर किसी ने रोड को कुरेद दिया है या फिर बमबारी कर हालत बिगाड़ दी है. कुछ गलियों को छोड़कर अमूमन सड़कों का यही हाल है. ऐसा नहीं कि इसके लिए सरकारी फंड नहीं होता. ऐसा भी नहीं कि फंड पर कोई रोक लगी हुई है. कमी है तो सिर्फ और सिर्फ नगर निगम प्रशासन एवं संबंधित विभाग के इच्छाशक्ति की. इच्छाशक्ति के अभाव ने शहर को बदसूरत बना दिया है. इस प्रकार अपना ही शहर बेगाना लगने लगा है.
पूर्णिया : उत्तरी बिहार के अतिमहत्वपूर्ण पूर्णिया जिला मुख्यालय में अक्सर बड़े-बड़े नेता आते रहते हैं. मंत्रियों का भी लगभग हर माह आना जाना होता है. सत्ताधरी दल के सांसद एवं विधायक भी इन सड़कों पर चलते हैं, मगर उनकी आंखें नहीं खुलती. बैठकें आयोजित कर भले ही शहर सौंदर्यीकरण की बात एवं सड़क को बनाने का प्रस्ताव लिया जाता हो मगर सड़क बनने की दिशा में कोई बात नहीं बनती. अभी नगर निगम क्षेत्र में वार्ड वार्ड 11 एवं वार्ड 24 के बीच पड़ने वाली केपी मार्केट से उफरैल चौक जाने वाली सड़क दोनों वार्डों की चपेट में खस्ताहाल होकर रह गया है.
अब लोग भी समझने लगे हैं कि दो वार्डों के कारण यह रोड नहीं न पा रही है. लेकिन लोगों को यह पता नहीं है कि दोनों वार्ड पूर्णिया नगर निगम के ही हैं. अगर नगर निगम चाह ले तो दोनों ही वार्डों के सामंजस्य से एक अच्छी सड़क बनाकर शहर के आंतरिक सौंदर्य को बढ़ाया जा सकता है. इससे इतर कभी संवेदक के तैयार नहीं होने तो कभी टेंडर नहीं हो पाने ही स्थिति में रोड के निर्माण व मरम्मत का मसला हमेशा से धूमिल ही रहता है. हालात ने सड़कों को ऐसा बना दिया कि इन पर चलना एक प्रकार से हिल-एरिया का मार्च पास्ट फतह करने जैसा है. शहर के अति महत्वपूर्ण एवं पुराने नवरतन मुहल्ले में सड़कों का हाल बुरा है. एनएच-31 से जुड़ने वाली सभी गलियां अपनी बदहाली का रोना रो रही हैं.
नुकीले पत्थर लग रहे जान लेवा : सर्वोदय नगर में रोड मरम्मत कराने के नाम पर मोटा गिट्टी रख दिया गया है. ये काफी नुकीले हैं. इस होकर सायकिल अथवा बाइक चलना मुश्किल है. पैदल चलने वालों को काफी परेशानी होती है. स्थानीय लोग इससे काफी असहज महसूस कर रहे हैं.
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