रानीपतरा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र की रंजीगज पंचायत के भोलाबाड़ी गांव में विदागरी लेने आये ससुर व एक बच्चे को बंधक बना लिया. काफी मशक्कत के बाद पुलिस बंधक को छुड़ाने में सफल रहे. सूत्रों के अनुसार रौतारा थाना क्षेत्र के महेसवा निवासी असगर अली ने अपने पुत्र सागीर आलम की शादी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रंजीगज पंचायत के भोलाबाड़ी निवासी फजल हक की पुत्री मीमरेजा खातून से चार माह पूर्व की थी. शुक्रवार को असगर अली अपने एक छोटे पुत्र के साथ भोलाबाड़ी गांव पहुंचे और अपने समधी से मिल कर पतोहू की विदागरी ले जाने की बात कही गयी. समधी फजल हक ने अपने कुछ लोगों के साथ गाली-गलौज करते हुए हाथ पैर बांध कर दामाद सागीर को बुलाने को कहा. असगर अली ने अपने पुत्र को फोन कर शनिवार को बुलाया.
शनिवार को 11 बजे सागीर अपने गांव के चार पांच लोगों के साथ भोलाबाड़ी पहुंचा. लड़की के पिता ने समधी असगर एवं दामाद सागीर को घर में बंधक बना लिया और चार लाख रुपया का मांग करने लगा. बंधक बनाये गये लोगों में एक व्यक्ति देर रात्रि रुपया लाने के नाम पर भाग निकला और मुफस्सिल थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी. सूचना पर मुफस्सिल पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर काफी मशक्कत के बाद बंधक छुड़ाने में सफल हुए. बंधक को छुड़ाने गये मुफस्सिल थाना के एएसआई अजीत कुमार दास और दो पुलिस बल को रात्रि दो बजे घर वाले ने बंधक बना लिया. सूचना मिलते ही रविवार सुबह चार बजे मुफस्सिल थानाध्यक्ष प्रशांत भारद्वाज व सदर थाना, केहाट थाना, मरंगा थाना की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बंधक को छुड़ाया.