पूर्णिया : बिहार टॉकिज रोड स्थित चौधरी न्यूरो हॉस्पीटल एंड रिसर्च सेंटर के संचालक डा विजय चौधरी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. डा चौधरी उस समय सुर्खियों में आये, जब करीब तीन माह पूर्व इलाज के क्रम में एक मरीज की मौत हो गयी थी. मृतक के परिजनों ने तब उनके नर्सिंग होम में तोड़-फोड़ किया था और उनकी योग्यता पर भी सवाल उठाया गया था. उसी वक्त डीएम के आदेश पर डा चौधरी के योग्यता प्रमाणपत्र की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया था.
जांच रिपोर्ट में जहां डा चौधरी के एमबीबीएस डिग्री को सही ठहराया गया है, वहीं उनकी न्यूरो सर्जरी में विशेषज्ञता की डिग्री को फर्जी करार दिया गया है. जाहिर है आने वाले समय में डा चौधरी की मुश्कलें बढ़ सकती है. वहीं आइएमए के सचिव डा संजीव कुमार ने कहा कि डा चौधरी का एमबीबीएस का सर्टिफिकेट सही है. न्यूरो सर्जन हैं या नहीं यह आइएमए के जांच का विषय नहीं है. आइएमए की सदस्यता एमबीबीएस के आधार पर दी जाती है. अब डिग्री फर्जी साबित होने के बाद उनके खिलाफ एक और मुकदमा होना तय माना जा रहा है.