मधुबनी के तड़बन्ना व काली स्थान के निकट महिलाएं बेच रही हैं गांजा
Advertisement
गांजा के अवैध कारोबार में महिलाएं भी हुई सक्रिय
मधुबनी के तड़बन्ना व काली स्थान के निकट महिलाएं बेच रही हैं गांजा पूर्णिया : पूर्ण शराबबंदी के बाद न केवल नशे के शौकीनों को बल्कि नशे के सौदागरों को भी गांजा खूब भा रहा है. चाय और पान की दुकान के अलावा अब घरों से भी गांजा का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है. […]
पूर्णिया : पूर्ण शराबबंदी के बाद न केवल नशे के शौकीनों को बल्कि नशे के सौदागरों को भी गांजा खूब भा रहा है. चाय और पान की दुकान के अलावा अब घरों से भी गांजा का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है. खास बात यह है कि घरों से संचालित होने वाले कारोबार की कमान अब महिलाओं ने संभाल रखी है. कारोबारियों की पत्नी अब घर में रह कर गांजा की बिक्री कर रही हैं. जबकि पतिदेव बाहरी मैनेजमेंट संभाल रहे हैं. पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए मधुबनी के दो गांजा विक्रेता द्वारा यह नया तरीका अपनाया गया है. इसका लाभ यह है कि किसी को आसानी से शक नहीं हो रहा है और कारोबार भी खूब फल-फूल रहा है.
जानकारों की मानें तो मधुबनी के तड़बन्ना, कालीस्थान, धोबिया टोला, शिवालय एवं कृष्णापुरी यादव टोली स्थित पोखर के निकट गांजा की बिक्री वर्षों से हो रही है. यहां अजनबी ग्राहकों को आसानी से गांजा नहीं मिलता है, लेकिन ऐसे लोग जो गांजा के पुराने ग्राहक हैं, उन्हें आसानी से यह प्राप्त हो जाता है.
दो महिला बेच रही है गांजा : स्थानीय लोगों की मानें तो गांजा की बिक्री में दो महिला भी इधर हाल के दिनों में सक्रिय हो गयी है. बताया गया कि तड़बन्ना स्थित एक घर की खिड़की को महिला ने गांजा के लिए बिक्री काउंटर बना रखा है. इसका पति गांजा के पुराने कारोबारी बताये जाते हैं. ग्राहक उक्त घर के सड़क किनारे खिड़की पर जाकर हाथ में रुपये लेकर अंदर बढ़ाता है. अंदर बैठी महिला रुपये लेकर गांजा दे देती है. यहां भी 10, 20 और 50 रुपये की पुड़िया पहले से ही तैयार रहती है. यही हाल काली स्थान के निकट एक घर में बैठी महिला का है, जहां से गांजा की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है. बताया जाता है कि उक्त महिला का पति मूर्ति चोरी के आरोप में जेल में बंद है. पति की अनुपस्थिति में पत्नी गांजा बेच रही है. मूर्ति चोर आरोपी गांजा का कारोबार भी करता था.
लगता है गंजेड़ियों का जमावड़ा
शाम ढलते ही कालीस्थान के निकट एक लकड़ी के दुकान में गंजेड़ियों का जमावड़ा लगता है. लकड़ी दुकानदार गांजा की बिक्री के साथ-साथ ग्राहकों को चीलम व अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराता है. यह जगह गंजेड़ियों के लिए सर्वाधिक सुरक्षित जगह बतायी जा रही है. लकड़ी दुकानदार ने स्थानीय पुलिस में भी अपनी अच्छी पैठ बना रखी है. अड़गड़ा चौक पर भी एक कारोबारी द्वारा गांजा की बिक्री की जाती थी, लेकिन कुछ माह पूर्व उसके निधन से यहां गांजा की बिक्री बंद हो गयी है. इसके अलावा विभिन्न स्कूलों के मैदान और मंदिरों में भी गंजेड़ियों का जमावड़ा लगता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement