पटना. राज्य स्वास्थ्य समिति के एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर राजेश कुमार ने कहा है कि सही समय पर इलाज शुरू करने और दवा के पूरे कोर्स का सेवन कर कोई भी टीबी मरीज आसानी से स्वस्थ हो सकता है. राज्य स्वास्थ्य समिति ने पिछले वर्ष टीबी चैंपियंस के साथ क्रिकेट मैच का आयोजन किया था जिसमें टीबी चैंपियंस ने शामिल होकर समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया था. स्वास्थ्य विभाग टीबी चैंपियंस की हर संभव मदद करने के लिए प्रयासरत है. राजेश कुमार ने यह बातें शनिवार को पटना स्थित एक निजी होटल में डिसेमिनएशन कार्यशाला में कहीं. इसका आयोजन पटना- रीच संस्था द्वारा “यूनाइट टू एक्ट” प्रोजेक्ट के तहत राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार और रीच के तत्वावधान में किया गया था. कार्यशाला को संबोधित करते हुए यक्ष्मा के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी सह अपर निदेशक डॉ बीके मिश्र ने कहा कि टीबी का सबसे बड़ा कारण कुपोषण है. कुपोषित बच्चों में टीबी के संक्रमण का खतरा सर्वाधिक होता है. वर्चुअल माध्यम से कार्यशाला से जुडी रीच की निदेशक, डॉ. राम्या अनंताकृष्णन ने कहा कि टीबी एक सामाजिक बीमारी है. इसके उन्मूलन के लिए सामुदायिक सहयोग एवं सहभागिता की जरूरत है. कार्यशाला में स्मृति कुमार, “यूनाइट टू एक्ट” प्रोजेक्ट की लीड ने कहा कि टीबी चैंपियंस ने राज्य में 212 व्यक्तियों को प्रेरित कर निक्षय मित्र बनने के लिए राजी किया. उन्होंने कहा कि रीच द्वारा राज्य के सभी 38 जिलों के दो-दो टीबी चैंपियंस को प्रशिक्षित किया है.
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