पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पूर्व सांसद सैयद शहाबुद्दीन के निधन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया. नयी दिल्ली के लोधी रोड स्थित भारत इसलामिक सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उन्होंने कहा कि उनके निधन से बिहार को अपूरणीय क्षति हुई है. अब साधारण तबके के लोगों को उनकी आवाज उठा कर दृढ़ता पूर्वक रखने वाले की कमी जरूर खलेगी. उनकी कमी समाज के हर वर्गों, विद्वान, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिज्ञ, नौकरशाह, गरीब, कवि, पत्रकार सभी को महसूस होना स्वाभाविक है.
नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे सैयद शाहबुद्दीन से जनता दल के गठन के समय से रूबरू होने का अवसर मिला था. बाद में जनता दल के टूट के बाद समता पार्टी बनी, उसमें भी हम लोग साथ थे. सांसद के रूप में उनके साथ संसद भवन में भी साथ होने का मौका मिला और मैं बहुत अधिक प्रभावित था. सैयद साहब की बातों को संसद में सांसद ध्यान पूर्वक सुनते थे. उनकी हर बातें अत्यधिक प्रेरक और ज्ञानवर्धक होती थी. वे अपनी बातों को दृढ़ता पूर्वक रखते थे. उनकी हर बातों से हमें सीखने और समझने का मौका मिलता था. उनकी हर बातों में राष्ट्रीयता और एकता की विशेष झलक होती थी. नीतीश कुमार ने कहा कि सैयद शाहबुद्दीन ने अपनी सेवा त्याग कर सार्वजनिक जीवन धारण करने के बाद भी सभी वर्गों के प्रति अपनी संवेदनशीलता को बनाये रखा.